On World Yoga Day, Rajasthan Governor Kalraj Mishra sheds light on the benefits of yoga
21.06.2022
योग शब्द .युज. से निकला है जिसका मतलव है व्यक्तिगत चेतना या आत्मा का सार्वभौमिक चेतना या रूह से मिलना। हमारे जीवन में योग का महत्वपूर्ण स्थान है। यह अक्षरशः सत्य है कि योग के माध्यम से हम अपने मन व शरीर को पूर्णरूपेण स्वस्थ बना सकते हैं। यदि वास्तव में हम अपने जीवन को सुखी व समृद्ध बनाना चाहते हैं तथा दु:खों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो हमें नियमित रूप से योग करना चाहिए। यूँ तो जीवन में सुख-दु:ख आते रहते हैं, लेकिन मन को स्वस्थ रखने के लिए हमें शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखना अति आवश्यक है। कर्म साधना के लिए शरीर का स्वस्थ होना आवश्यक है, लेकिन मन की स्वस्थता ही कर्म करने की प्रेरणा देती है। अतः नियमित योग के माध्यम से ही तन व मन दोनों स्वस्थ रह सकते हैं। नियमित योगासनों को करने से शरीर में शक्ति तो आती ही है साथ ही रूप में लावण्य आता है। खुली हवा में योग करना फेफड़ों में ऑक्सीजन की वृद्धि करता है। शरीर का अंग-प्रत्यंग क्रियाशील होता है तथा शरीर में लचीलापन आता है। योग के द्वारा अनेक रोगों से भी रक्षा होती है तथा यह रक्त को शुद्ध करता है। हृदय को शुद्ध रक्त प्राप्त होता है। शरीर का आलस्य दूर होता है तथा क्रियाशीलता बढ़ती है। योग करने का सबसे श्रेष्ठ समय प्रात:काल होता है। सूर्य नमस्कार करने से भयंकर से भयंकर रोगों से निवृत्ति मिल जाती है। योग करने से खूब भूख लगती है तथा पाचन शक्ति दुरुस्त रहती है। आत्मविश्वास, एकाग्रता एवं मस्तिष्क में बल वृद्धि होती है। शरीर से पसीना निकलता है जिससे शरीर की गन्दगी दूर होती है। योग न करने से शरीर आलसी, रोगी व अनमना-सा रहता है। काम करने में मन नहीं लगता। भोजन में आसक्ति नहीं रहती। हमेशा प्रतीत होता है कि जैसे हम बीमार हैं। चिकित्सक के पास जाकर भी सन्तुष्टि नहीं होती। योग बिना पैसे का उपचार है। यह सब योग का ही चमत्कार है कि हमारे ऋषि-मुनियों ने योग के बल पर निराहार रहकर तीन-तीन हजार वर्षों तक एक पैर पर खड़े होकर तपस्याएँ कीं। यही कारण है आज भी ऋषि-मुनियों ने व्यायाम और योगासन पर बहुत बल दिया है। बाबा रामदेव का योग आज के युग का स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने योग के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। उन्होंने योग के माध्यम से लोगों के लाइलाज रोगों को भी दूर किया है। उन्होंने प्राणायाम और योग के अनेक आसन बताये हैं। इन योगासनों का ज्ञान बाबा रामदेव मौखिक और लिखित रूप में टेलीविजन के आस्था और संस्कार चैनलों पर नियमित देते हैं। योग का सबसे बड़ा लाभ तो यह है कि योगी व्यक्ति को बहुत जल्दी बुढ़ापा नहीं आता। उसके शरीर का हर अंग नियमित व्यायाम व योग से क्रियाशील बना रहता है। आज की दुनिया में बी. पी., डाइबिटीज, आर्थराइटिस, थायरॉइड जैसी अनेक रोग लगे हुए हैं, परन्तु इसमें सन्देह नहीं है कि जिन्होंने बचपन से योग व व्यायाम को अपनी नियमित दिनचर्या बनाई होगी, उसे कोई बीमारी छू नहीं हमारे देश के प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी तो व्यायाम व योग के प्रबल समर्थक हैं। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति के लिए योग की आवश्यकता पर जोर दिया है। इसके महत्व को दर्शाने के लिए उन्होंने “21 जून योग दिवस” का भी आयोजन किया था। वह स्वयं योग करते हैं। कहने का अभिप्राय यह है कि योग करने वाले की कार्यक्षमता एवं मस्तिष्क क्षमता में अत्यधिक वृद्धि होती है। इसलिए मन, बुद्धि एवं शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग करना चाहिए।
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