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Doctors got success in Chomu’s Jan Kalyan Hospital, operated on patients with spinal cord and saved them from paralysis

06.06.2022
शहर के कचौलिया रोड स्थित जनकल्याण हॉस्पिटल में चिकित्सकों ने 6 मरीजों की रीड की हड्डी का ऑपरेशन करने में सफलता हासिल की है, छह के छह मरीज स्वस्थ हैं व बिना किसी सहारे आराम से चल फिर सकते हैं। जनकल्याण हॉस्पिटल के संस्था प्रबंधक निदेशक एनसी निठारवाल व वरिष्ठ सर्जन डॉ भानु कुमार व डॉ पंकज कुमार ने बताया कि हमारे इस अस्पताल में लगातार रीड की हड्डी,कूल्हा प्रत्यारोपण, घुटने के जोड़ प्रत्यारोपण के अनेक सफल ऑपरेशन नई-नई तकनीकों द्वारा लगातार किए जा रहे हैं जिससे अस्पताल का काफी नाम भी है। यहां पर लोगों का हड्डी के ऑपरेशन के प्रति विश्वास बढ़ता जा रहा है जिससे यह उनकी पहली पसंद बन चुका है।

Orders given by the Finance Department, Government of Rajasthan in relation to providing medical facilities in referral hospitals located outside the state.

03.06.2022
वित्त विभाग राजस्थान सरकार द्वारा आदेश जारी किए गए हैं कि राज्य से बाहर राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (RGHS) में अधिकृत चिकित्सालय में ही RGHS पोर्टल के माध्यम से ही रेफर कराए जाने पर चिकित्सा सुविधा देय होगी तथा बिना रेफर कराए जाने पर भी चिकित्सालय में उपचार कराने पर RGHS दरों पर नियमानुसार प्रक्रिया से पूनभऺरण देय होगा।

Disclosure of fraud happening in Bhopal’s Vaishno Hospital

03.06.2022
आयुष्मान भारत योजना की टीम की जांच में इस धांधली का खुलासा हुआ। सरकार ने इस अस्पताल का 50 लाख रुपए का भुगतान रोक लिया है। अस्पताल के संचालक विवेक परिहार पर क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज करा दी गई है।यह अस्पताल आयुष्मान भारत योजना में इम्पैनल्ड है। यहां आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज मुफ्त में होता है। इलाज का बिल अस्पताल की ओर से सरकार को भेजा जाता है। पिछले एक साल में अस्पताल ने डेढ़ करोड़ रुपए का क्लेम किया, जिसमें से लगभग 1 करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है। गौरतलब है कि आयुष्मान योजना में पिछले एक साल में 60 अस्पतालों के खिलाफ ऐसी शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।

The woman who came for sterilization operation in Pratapgarh accused the doctors of cutting the urine tube

02.06.2022
अस्पताल में मामला तब गरमा गया जब एक महिला व उसके परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया।घटना जयचंद मोहिल सामुदायिक अस्पताल की बताई जा रही है,आई हुई महिला का कहना है कि वह नसबंदी के ऑपरेशन के लिए अस्पताल में आई थी। जहां डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन किया। महिला का इल्जाम है कि डॉक्टरों ने ऑपरेशन करते वक्त उसकी पेशाब की नली काट दी, जिससे वह बहुत परेशान है, वहीं ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर संजय गुप्ता (स्त्री रोग विशेषज्ञ) का कहना है कि ऑपरेशन के बाद महिला सकुशल डिस्चार्ज होकर घर पहुंच गई थी। अगर ऑपरेशन से महिला को कोई भी आपत्ति है तो मेडिकल बोर्ड की जांच के लिए वह स्वतंत्र है।

After the death of the maternity at NMCH (Nalanda Medical College and Hospital), Patna City, the relatives misbehaved with the doctors.

02.06.2022
अस्पताल में प्रसूता की मौत होने के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाकर मौजूदा डॉक्टरों के साथ धक्का-मुक्की व गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। इससे डॉक्टर भी आक्रोशित हुए। एनएमसीएच जेडीए के अध्यक्ष डॉ राहुल राज, डॉ सत्येंद्र कुमार व डॉ अमित राज ने कहा कि अस्पताल में इस तरह की घटना आए दिन होती रहती है,मरीजों के परिजन डॉक्टरों से कभी भी उलझ जाते हैं, उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से मिलकर गायनी लेबर इमरजेंसी व अन्य विभागों की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने व परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की।

Free health consultation for people of all classes, health camp organized by NHM MMI Narayana Super Specialty Hospital, Raipur

31.5.2022
रायपुर।वैसे तो बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पाना हर वर्ग के लोगों का हक है, परंतु आज भी कुछ ऐसी जगह हैं जहां पर स्वास्थ्य सेवाएं बिल्कुल ही ठप पड़ी हुई है, आमतौर पर देखा गया है कि समय-समय पर अस्पतालों द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य परामर्श हेल्थ कैंप का आयोजन किया जाता रहा है,जिससे कि हर वर्ग के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं निशुल्क मुहैया करवाई जा सके , जिससे कि निशुल्क में गंभीर बीमारियों व रोगों का इलाज हो सके। हर तबके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना ही डॉक्टरों का लक्ष्य रहा है, डॉक्टरों द्वारा ऐसे सराहनीय कामों की प्रशंसा हमेशा होती रही है, हाल ही में देखा गया कि एनएचएम एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा दो दिवसीय कैंप का आयोजन किया गया, इसमें हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉक्टर जनरल व लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर राजेश सिन्हा, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनीषा शर्मा, पेट रोग विशेषज्ञ डॉ अनुपम महापात्रा व डॉ अभिषेक जैन ने कैंप में मौजूद रहकर आमजन को अपनी सेवाएं प्रदान की।

जैसलमेर के सबसे बड़े जवाहर अस्पताल की हालत बद से बदतर

30.5.2022
जिले के सबसे बड़े अस्पताल की ऐसी हालत दुर्भाग्यपूर्ण है, मोर्चरी में पोस्टमॉर्टम के सिस्टम और बयां करती तस्वीरें यह साबित करती है कि सरकारी अस्पतालों को इतना फंड मिलने के बावजूद उनमें मरीजों को दी जाने वाली सेवाएं दुरुस्त करने की काफी जरूरत है।

जैसलमेर के सबसे बड़े अस्पताल की व्यवस्था देखने लायक नहीं है क्योंकि यहां पर मरीजों की पर्याप्त देखरेख व इलाज के लिए अत्याधुनिक मशीनों की कमी है जिसके अंतर्गत बड़ी-बड़ी समस्याओं से जूझते हुए मरीजों का इलाज होना असंभव है। इससे बुरे हाल यहां की मोर्चरी के हैं जहां शवों को रखा जाता है,मोर्चरी में से आती दुर्गंध यह बताती है कि मोर्चरी में ना ही कोई डीप फ्रीज है और ना ही कोई सुविधा , जिसमें शवों को रखा जाता है, वही पोस्टमॉर्टम करने के लिए ना कोई अत्याधुनिक औजार है बल्कि पुराने तौर-तरीकों व पोस्टमॉर्टम करते वक्त खोपड़ी तोड़ने के लिए छेनी का इस्तेमाल करना पड़ता है। सरकार द्वारा समय-समय पर सरकारी अस्पतालों पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं परंतु हालत अभी भी देखने योग्य नहीं है, इससे ना केवल डॉक्टरों बल्कि मरीजों के परिजनों का भी मनोबल व धैर्य टूटता है और सरकारी अस्पतालों की ओर विश्वास कम होता है।

More than 125 laborers were taken hostage for the recognition of the Hospital

सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद करने वालों को सरकार देगी इनाम

सरकारी अस्पतालों में लगेगा ई-मित्र कियोस्क, जानिये उपयोग