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Bhamashah will now help Tuberculosis (TB) patients financially in Sikar

08.06.2022
केंद्र सरकार के टीबी मुक्त अभियान 2025 की अनुपालना में सीकर में जल्द ही राजस्थान निक्षय संबल योजना शुरू की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत भामाशाहों और संस्थाओं को एक साल के लिए टीबी मरीजों की यूनिट को गोद लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से अब तक हर टीबी मरीज को निक्षय पोषण योजना के तहत प्रतिमाह 500 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। अब सरकार ने इस सहायता को बढ़ाने के लिए राजस्थान निक्षय संबल योजना शुरू की है। इसके अंतर्गत कोई भी भामाशाह, स्वयंसेवी संस्था, जनप्रतिनिधि क्षय रोगियों को गोद ले सकता है। भामाशाह या समाजसेवी संस्था को प्रत्येक टीबी मरीज को प्रतिमाह 3 किलो अनाज, 3 किलो दलहन और 1 किलो खाद्य तेल उपलब्ध करवाना होगा।

Dr. Abhishek Goyal sheds light on brain tumor on World Tumor Day in Alwar

08.06.2022
ट्यूमर पर रोशनी डालते हुए डॉ. अभिषेक गोयल ने कहा कि कुछ समय पहले तक लाइलाज मानी जाने वाली यह बीमारी समय रहते इलाज से ठीक हाे रही है। लाेगाें में जागरुकता लाने के लिए ही यह दिवस मनाया जाता है। विश्व में एक लाख आबादी में 6 से 7 लाेगाें में ब्रेन ट्यूमर की बीमारी हाेती है। भारत में हर साल 25 हजार से अधिक नए ब्रेन ट्यूमर के मामले सामने आते हैं।दिमाग की गांठ काे लाेग कैंसर मान लेते है लेकिन ज्यादातर ट्यूमर बिना कैंसर वाले हाेते हैं। इलाज में लापरवाही के कारण माैताें में ब्रेन ट्यूमर एक बड़ा कारण है। लेकिन समय पर पता लग जाए ताे बीमारी लाइलाज नहीं है। यह बीमारी किसी भी उम्र में हाे सकती है। यह गांठ छाेटे मस्तिष्क में हाेती है। यह गांठ दिमाग की झिल्ली, तंत्रिका तंतु व शरीर अन्य हिस्सों से भी दिमाग में पहुंच सकती है। डाॅॅॅ. गोयल ने कहा कि ब्रेन ट्यूमर का पता सीटी स्कैन एवं एमआरआई से लगता है। ब्रेन ट्यूमर ग्रेड-1, ग्रेड-2, ग्रेड-3 और ग्रेड-4 तरह का हाेता है। ग्रेड-1 में रेडियाे और कीमाेथैरेपी की जरूरत नहीं पड़ती। ग्रेड -2,3 और-4 में रेडियाे और कीमाे की जरूतर पड़ती है। इस बीमारी के इलाज का पहला पार्ट सर्जरी है। इसमें पूरे ट्यूमर को या उसके कुछ भाग को ब्रेन से निकाल दिया जाता है।सर्जरी के दौरान संक्रमण और ब्लीडिंग जैसे खतरे भी होते हैं। अब माइक्रो एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी के जरिए सर्जरी को आसान और बेहतर बना दिया है। दूसरा कीमोथैरेपी से ब्रेन ट्यूमर का इलाज किया जाता है। इसके अलावा रेडिएशन थैरेपी में ट्यूमर की कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए हाई एनर्जी बीम जैसे एक्स-रे या प्रोटॉन्स का उपयोग किया जाता है।

Dr. Anita Dhayal, a radiologist from Bilara in Jodhpur, got emotional in front of Sub Divisional Officer Bhavani Singh, was troubled by the mental torture of BCMO

08.06.2022
बिलाड़ा अस्पताल की रेडियोलॉजिस्ट डॉ अनीता धायल , बीसीएमओ डॉ. जितेंद्रसिंह चारण पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए उपखंड अधिकारी भवानी सिंह के सामने रो पड़ी। डॉ. अनीता धायल ने एसडीएम को ज्ञापन शॉप कर बताया कि वह अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
डॉक्टर चारण ने मीडिया में बयान देकर जो तथ्य दिए हैं, वह निराधार हैं। मेरी छवि को बिगाड़ने का प्रयास किया गया है, उन्होंने बताया कि 26 मई को उन्होंने आधा दिन की सीएल ट्रोमा प्रभारी से ली थी व इसकी सूचना लिखित में लिख कर दी गई थी, डॉक्टर को व्हाट्सएप पर भी सूचना दी गई थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए बोला कि 24 दिन की चाइल्ड केयर लीव पर रहने के दौरान सोनोग्राफी के लिए एक अन्य डॉक्टर का विकल्प होने के बावजूद प्रभारी ने सोनोग्राफी के लिए नहीं भेजा। डॉ. अनीता धायल ने कहा कि प्रभारी मुझसे द्वेष की भावना रखते हैं, इस तरह की घटना से में मानसिक परेशान हूं व असुरक्षित महसूस कर रही हूं एसडीएम भवानी सिंह ने कहा कि डॉ. अनीता ने ज्ञापन सौंपा है,हम मामले की तहकीकात कर सच जानकर कार्यवाही करने की पूरी कोशिश करेंगे।

Raipur Chief Minister Bhupesh Baghel inaugurated Maternal and Pediatric Hospital in Kanker

07.06.2022
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन दिनों कांकेर जिले के दौरे पर हैं, जहां वो प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के लिए गए हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री ने कांकेर जिला मुख्यालय के अलबेलापारा में मातृ एवं शिशु रोग अस्पताल का शुभारंभ किया।इससे पहले यहां आदर्श महिला महाविद्यालय संचालित किया जा रहा था, लेकिन कोरोनाकाल में इसे कोविड अस्पताल में बदल दिया था, जिसके बाद जिला चिकित्सालय कांकेर में संचालित मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य अस्पताल को यहां शिफ्ट किया गया है।इस अस्पताल में मां एवं बच्चों का हर प्रकार का इलाज होगा। इस अस्पताल में प्रसुति एवं स्त्री रोग ओ.पी.डी., सोनोग्राफी, डिलिवरी से पहले और बाद के रूम, एक्लेमशिया कक्ष, ऑपरेशन थियेटर, मातृ आई.सी.यू. एवं पी.पी.ओ.टी. और शिशु स्वास्थ्य में शिशु रोग ओ.पी.डी., नवजात शिशु चिकित्सा ईकाई, शिशु गहन चिकित्सा ईकाई, स्टेप डाऊन, 57 बिस्तरीय वार्ड एवं पोषण पुनर्वास केन्द्र की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। कांकेर में इस अस्पताल के शुरू होने से लोगों को बहुत राहत मिलेगी।

32 doctors honored with Health Pride Award in Raipur, their work is commendable

07.06.2022
हेल्थ प्राइड अवॉर्ड फंक्शन रायपुर के होटल सयाजी में रखा गया।इस दौरान शहर के तमाम प्रसिद्ध डॉक्टर का सम्मान किया गया । ऐसे चिकित्सकों को भी इस सम्मान समारोह में शामिल किया गया, जिन्होंने कोविड-19 के मुश्किल वक्त के बीच लोगों की सेवा की। कार्यक्रम में बतौर अतिथि पहुंचे रायपुर के महापौर एजाज ढेबर पद्मश्री डॉ एटी दाबके, डॉक्टर पीएस देशपांडे ने प्रसिद्ध चिकित्सकों को सम्मानित किया।कार्यक्रम में महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि कोविड-19 के वक्त में डॉक्टरों ने जो किया उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। रायपुर के डॉक्टरों की सेवा का ही नतीजा है कि आज हम सब एक खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं । एजाज ने कहा कि मैंने भगवान को तो नहीं देखा है मगर भगवान के रूप में डॉक्टर को देख रहा हूं। कार्यक्रम में डॉ संदीप दवे ने डॉक्टर दाबके और डॉक्टर पीएस देशपांडे की सादगी की तारीफ करते हुए उनके अनुभवों को भी साझा किया।सीनियर डॉक्टर एटी दाबके, डॉक्टर पीएस देशपांडे को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया। इसके बाद हेल्थ प्राइड अवार्ड के तहत शहर के प्रसिद्ध डॉक्टर संदीप दवे,डॉक्टर सुनील खेमका, डॉक्टर पीके हरि कुमार, डॉ यूसुफ मेमन, डॉक्टर देवेंद्र नायक, डॉक्टर जऐश शर्मा, डॉक्टर विवेक केसरवानी, डॉक्टर सुशील शर्मा, डॉक्टर प्रकाश कुमार खुटे, डॉक्टर नलिनी मढ़रिया, डॉक्टर हर्षवर्धन गुप्ता, डॉक्टर मनोज अग्रवाल, डॉ. निखिल मोतीरमानी, डॉक्टर विवेक पांडेय, डॉक्टर राहुल अहलूवालिया, डॉक्टर गरिमा राजिम वाले, डॉ आशीष मित्तल डॉक्टर राज मनहरे, डॉ विजय गुलिया, डॉक्टर नवीन बागरेचा, डॉक्टर खुशबू अरोरा, डॉ गौरव त्रिपाठी, डॉ प्रशांत सिंह , डॉक्टर पूर्वा गुप्ता, डॉक्टर साजन अग्रवाल, डॉक्टर मुनमुन अग्रवाल, रिम्स हॉस्पिटल रायपुर, डॉक्टर जितेंद्र सराफ़, डॉक्टर सुनील रमनानी, डॉक्टर पीके निगम को सम्मानित किया गया

Chandigarh’s Dhanas and Maloya got hospital gift, with the help of Infosys, the health department will build a hospital

07.06.2022
इंफोसिस की मदद से स्वास्थ्य विभाग पुनर्वास कॉलोनी में रहने वाले हजारों लोगों के लिए 50 बेड का अस्पताल बनाएगा। 50 बेड का यह अस्पताल धनास और मलोया में बनाया जाएगा। इसका बड़ा कारण यह है कि धनास और मलोया में लाखों लोग रहते हैं। यह लोग इलाज के लिए पूरी तरह शहर के दो बड़े चिकित्सा संस्थान जीएमसीएच-32 और जीएमएसएच-16 पर निर्भर हैं। ऐसे में अगर 50 बेड का एक हॉस्पिटल इन दोनों इलाके के नजदीक बना दिया जाए, तो जीएमसीएच-32 और जीएमएसएच-16 अस्पताल पर से मरीजों का कुछ बोझ कम होगा, क्योंकि लोगों को अपने घर के नजदीक ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो जाएंगी। सांसद किरण खेर ने भी वर्ष 2017 में मलोया में 50 बेड के हॉस्पिटल के निर्माण की घोषणा की थी, लेकिन यह प्रोजेक्ट अब तक सिरे नहीं चढ़ सका। अब स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने इस प्रोजेक्ट को लेकर डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए स्वास्थ्य निदेशक डा. सुमन सिंह को निर्देश दिए हैं। इस प्रोजेक्ट में इंफोसिस भी मदद करेगा। जल्द से जल्द अस्पताल बनकर यहां रहने वाले लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।

44th organ donation in MP’s Indore, kidney and liver of brain dead person transported by green corridor, two people got life donation

07.06.2022
इंदौर में 44वीं बार अंगदान के लिए ग्रीन कॉरिडोर बना,जिससे ब्रेन डेड मरीज के अंगों के प्रत्यारोपण से दो मरीजों को नई जिंदगी मिल गई। खरगोन निवासी 52 वर्षीय किराना दुकानदार को ब्रेन हैमरेज हुआ था। उनकी मौत के बाद परिजनों ने उनकी किडनी और लिवर दान करने का फैसला किया। किडनी और एक लिवर दो मरीजों को प्रत्यारोपित की गई, जिससे उन्हें नई जिंदगी मिल गई। परिजनों की सहमति के बाद, सर्जन ने मृतक के शरीर से उनका लिवर और दोनों किडनी निकाल लिए। शहर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि अलग-अलग अस्पतालों में ऑपरेशन के दौरान बिरला का लिवर एक 48 वर्षीय पुरुष को प्रत्यारोपित किया गया जो सिरोसिस, बाई ब्लडप्रेशर और हृदय रोग से जूझ रहे हैं। मायाचंद्र बिरला की एक किडनी एक अन्य मरीज के शरीर में प्रत्यारोपित किया गया। दीक्षित ने बताया कि तकनीकी कारणों से बिरला की दूसरी किडनी किसी मरीज में प्रत्यारोपित नहीं हो सका।अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में पिछले सात साल के दौरान दिमागी रूप से मृत 44 मरीजों का अंगदान हो चुका है। इससे हार्ट, किडनी, लिवर, स्किन और आंखों के प्रत्यारोपण से मध्य प्रदेश के अलावा दिल्ली, हरियाणा और महाराष्ट्र के जरूरतमंद मरीजों को नये जीवन की सौगात मिली है। उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों में हवाई मार्ग से अंग पहुंचाकर उनका प्रत्यारोपण किया गया।

All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) Bhopal patients have to wait up to 4 months for surgery, only 10 out of 20 operation theaters (OTs) are functioning

07.06.2022
एम्स की ओपीडी में रोजाना मरीजों की संख्या 2600 तक पहुंच रही है। इसमें हर रोज 3 से 4 मरीज छोटी-बड़ी सर्जरी के आते हैं। ओटी खाली नहीं होने की वजह से मरीज की बीमारी को देखकर आगे की तारीख दे दी जाती है। डॉक्टरों ने बताया कि यहां पर केवल जरूरी सर्जरी ही की रही है। वर्तमान में 7 बड़े व 5 छोटे ऑपरेशन थिएटर ही चल रहे हैं। एक विभाग के डॉक्टर को सप्ताह में सिर्फ एक दिन ही ओटी में काम करने को मिलता है। 30 माड्यूलर अोटी तैयार हो गई है, इनमें 12 शुरू कर दी जाएंगी।अभी यहां 11 विभागों में सर्जरी की जा रही है। ऑपरेशन थियेटर खाली नहीं होने की वजह से 3 विभागों में 4 माह की वेटिंग चल रही है। वहीं 9 विभागों में 6 महीने तक की वेटिंग है। सबसे लंबा इंतजार मरीजों को न्यूरो सर्जरी विभाग में करना पड़ रहा है। असिडेंट डॉक्टर वाइके गुप्ता ने अस्पताल में मौजूद तमाम ऑपरेशन थियेटरों को चालू करने के निर्देश 2021 जुलाई में ही दे दिए थे,परंतु अभी हालत ज्यों की त्यों ही है, इससे रोजमर्रा सर्जरी कराने आने वाले मरीजों में नाराजगी का माहौल बना हुआ है।

The situation of chaos in the State Community Health Center of Chomu, the patients and their families were forced to stand in the sun for hours.

07.06.2022
इन दिनों खासी तेज धूप पड़ने से चोमू के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों व उनके परिजनों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, उपचार के लिए आए मरीजों व उनके परिजनों को दवाई लेने के लिए घंटों धूप में खड़ा रहना पड़ता है। अस्पताल के दवा वितरण केंद्र पर छाया का कोई खास इंतजाम नहीं है, जिससे कि वहां दवाई लेने आने वाले लोग घंटों लाइनों में खड़े रहते हैं, वह धूप में अपनी बारी का इंतजार करते हैं। 1 सप्ताह में 2350 ओपीडी वाले इस अस्पताल में केवल एक ही दवा वितरण केंद्र है, जिससे यहां उपचार के लिए आने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल परिसर में 2 महीनों पहले दो जगह टिन शेडो का इंतजाम किया गया था।वहां चिकित्सकों व आने वाले मरीजों के परिजन उनके वाहनों को खड़ा कर देते हैं। महिला व पुरुष दवा वितरण केंद्र में घंटों लाइन में लगे रहते हैं, इतने बड़े अस्पताल में आने वाले मरीजों व उनके परिजनों के लिए पर्याप्त छाया का इंतजाम होना चाहिए, परंतु इस मामले में अस्पताल परिसर कोई भी सुध नहीं ले रहा है। इस संबंध में अस्पताल प्रभारी चिकित्सक सरदार सिंह यादव ने बताया कि अस्पताल में दूसरा दवा वितरण केंद्र शुरू किया गया था, लेकिन 3 साल से फार्मेसिस्ट व 1 साल से नर्सिंग स्टाफ का पद खाली होने से यह वितरण केंद्र खुल नहीं पा रहा है।

Now the services provided to patients in CHC, PHC and sub centers will be strengthened in Sikar.

07.06.2022
जिले में मौजूद 46 सीएचसी पीएचसी एवं सब सेंटरों में मिलने वाली चिकित्सा सेवाओं को एक नई दिशा मिलने जा रही है, जिसे 31 मार्च 2023 तक देनी होगी। जिससे की मरीजों को उपलब्ध कराने वाली सेवाओं में सुधार होगा। मॉडर्न लेबर रूम व ऑपरेशन थिएटर बनाए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक टीम का गठन किया गया है जो टीम अस्पताल में जाकर वहां के स्टाफ को ट्रेन करेगी व मरीज के इलाज को लेकर निर्धारित मांगों से अवगत कराएगी। गर्भवती महिला व नवजात के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के तरीके बताया जाएंगे। ओपीडी लेबोरेट्री, ब्लड बैंक व दवा केंद्रों में आने वाले मरीजों को दी जाने वाली सुविधा की क्वालिटी को मेंटेन रखी जाएगी। यह टीम स्वास्थ्य केंद्र में जाकर डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ को मरीजों व उनके परिजनों से बेहतर सलूक किए जाने के तरीक़े समझाएगी