Outbreak of seasonal diseases in Surat
अब जब बारिश थम गई है तो उलटी-दस्त की शिकायतें शहर में अधिक आ रही है। इसमें बच्चों की संख्या ज्यादा है। सामान्य दिनों में इलाज के लिए आने वाले बच्चों में से 20 से 30 प्रतिशत काे उलटी-दस्त की शिकायत हाेती थी। पर इन दिनाें यह बढ़कर 60% तक पहुंच चुका है। उलटी-दस्त हाेने पर बच्चों के शरीर में से पानी और नमक की कमी हाे जाती है और वे डिहाइड्रेशन के शिकार हो जाते हैं, जिससे उनकी हालत गंभीर हो जाती है। सिविल के पीडियाट्रिक डॉक्टरों के मुताबिक इमरजेंसी में भी उल्टी-दस्त की शिकायत वाले बच्चे ही अधिक आ रहे हैं।
सिविल: राेज आ रहे 10-15 बच्चे
पीडियाट्रिक डॉक्टरों का कहना है कि सिविल में उल्टी-दस्त की शिकायत के साथ राेजाना 10 से 15 बच्चे आते हैं। इमरजेंसी में आने वाले बच्चों काे भी इसकी शिकायत अधिक मिल रही है। डाॅक्टराें का कहना है कि अगर समय पर बीमार बच्चे काे ओआरएस नहीं दिया जाए तो जान जाने का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए ओआरएस वीक में हम लोगों को इस बारे में जागरूक कर रहे है। अगर परिजनों को इसकी सही जानकारी हो तो बच्चे को सही समय पर इलाज मिल सकता है और परिजन इसे पहचान कर डॉक्टर से तुरंत संपर्क कर उसका इलाज करवा सकते हैं।
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