In the case of the disappearance of the purchase register for the financial year 20-21, from the store of the surgery department of Patna Medical College Hospital (PMCH), the police are interrogating the accused.

24.06.2022
पीएमसीएच के सर्जरी डिपार्टमेंट के स्टोर से वित्तीय वर्ष 20-21 के क्रय रजिस्टर के गायब होने का मामले में पुलिस अब आरोपियाें से पूछताछ की तैयारी में जुट गई है। पुलिस ने कुछ कागजातों को खंगाला है। उसके आधार पर आरोपियाें शल्य भंडार के चिकित्सा पदाधिकारी, तत्कालीन भंडारपाल हेमंत कुमार और फार्मासिस्ट शिवेंद्र प्रसाद को एक-दो दिनों में नोटिस भेजगी। उन्हें पुलिस के समक्ष हाजिर होना होगा। पुलिस आरोपों के बाबत उनका पक्ष जानेगी। पुलिस ने वर्तमान भंडारपाल महेश प्रसाद से पूछताछ की है। महेश से कुछ और कागजात मांगे गए हैं। सभी कागजात का पुलिस मिलान कर रही है।इन आराेपियाें के साथ ही अन्य अनियमतताओं में लिप्त कर्मचारियाें काे अन्यत्र पदस्थापित करने के लिए अधीक्षक ने इसी साल जनवरी में स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा था। लेकिन, पांच महीना बाद भी ये पीएमसीएच में जमे हुए हैं। जिन लोगों को पीएमसीएच से हटाने का आग्रह किया गया था, उनमें रोकड़पाल अजय उप्पल के साथ ही क्रय रजिस्टर गायब हाेने के आराेपी शिवेंद्र कुमार और हेमंत कुमार भी शामिल हैं। अधीक्षक द्वारा विभाग को लिखे गए पत्र के मुताबिक अजय उप्पल के कार्यकाल के दौरान वेंटीलेटर के लिए 35 लाख का भुगतान अधीक्षक के बगैर आदेश के कर दिया गया था। इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को भी दी गई थी।

अधीक्षक के बयान पर केस दर्ज
ताजा मामला यह है कि सर्जरी स्टोर के भंडारपाल महेश प्रसाद ने पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. इंदु शेखर ठाकुर को एक पत्र लिखा। उस पत्र में लिखा कि वित्तीय वर्ष 20-21 का क्रय रजिस्टर गायब है। उन्हें पूर्ण प्रभार नहीं सौंपा गया है। उन्होंने चिकित्सा पदाधिकारी, तत्कालीन भंडारपाल और फार्मासिस्ट पर आरोप लगाया है कि इन लोगाें ने जानबूझकर क्रय रजिस्टर गायब कर दिया है। उसी पत्र के आधार पर अधीक्षक के लिखित आवेदन पर पीरबहोर थाने में एफआईआर दर्ज की गई।

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