Notice issued to a nursing worker of Fagi sub district hospital for negligence in dispensing medicine, anger among pharmacists
13.07.2022
राज्य के सरकारी अस्पतालों में संचालित नि:शुल्क दवा वितरण केन्द्रों पर फार्मासिस्ट के बजाय दूसरे संवर्ग के कार्मिकों से दवा वितरित कराने को लेकर फिर विवाद खड़ा हो गया है। जिले के फागी उप जिला अस्पताल के एक नर्सिंग कर्मी को दवा वितरण में लापरवाही बरतने पर सोमवार को जारी किए नोटिस के बाद फार्मासिस्ट ने इसे नियम विरुद्ध बताते हुए उच्च स्तर तक शिकायत की है। दरअसल, 2 अक्टूबर 2011 को नि:शुल्क दवा योजना की शुरुआत होने के बाद पिछले 9 वर्षों से राज्य में फार्मासिस्ट की स्थायी भर्ती नहीं हुई है। फार्मासिस्ट का आरोप है कि 18 हजार दवा वितरण केन्द्रों में से करीब तीन चौथाई पर फार्मासिस्ट नहीं हैं। यहां अन्य कार्मिकों से दवा वितरण करवाया जा रहा है। जबकि हजारों फार्मासिस्ट बेरोजगार हैं। इसे लेकर फार्मासिस्ट लंबे समय से विरोध करते आ रहे हैं।
संगठन ने पत्र भेज निभाई औपचारिकता
औषधि नियंत्रण संगठन सरकारी दवा वितरण केन्द्रों पर फार्मासिस्ट से ही दवा वितरित कराए जाने को लेकर राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन (आरएमएससीएल) को पत्र भेज चुका है। लेकिन यह भी अब तक औपचारिकता ही साबित हुआ है।हजारों फार्मासिस्ट 9 साल से स्थायी भर्ती का इंतजार कर रहे हैं, वहीं सरकार नियम विरुद्ध दवा का वितरण करवा रही है। ऐसी अनियमितताओं पर औषधि नियंत्रण संगठन निजी दुकानों पर कार्रवाई करता है, लेकिन सरकारी पर नहीं। हमने पूरे मामले की शिकायत मुख्य सचिव से भी की है।
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