First knee transplant successful in Neemkathana district hospital, free treatment under Chiranjeevi scheme, patient started walking after two days
08.07.2022
घुटने के दर्द से पीड़ित उपखंड क्षेत्र के लोगों के लिए राहत भरी खबर राजकीय कपिल जिला अस्पताल से आई है। यहां पहली बार एक वृद्ध के घुटने का सफल प्रत्यारोपण किया गया। प्रत्यारोपण के बाद मरीज पूरी तरह से स्वस्थ महसूस कर रहा है। सर्जरी करने वाली टीम में ऑर्थोपेडिक विभाग के डॉ.अरविंद जांगिड़, डॉ. योगेश शर्मा, डॉ.सत्यवीर, नर्सिंग स्टाफ के सुरेश यादव, गौरी शंकर, गरीबनाथ व अन्य शामिल थे। जिला अस्पताल की स्थानीय टीम ने ही सफल घुटना प्रत्यारोपण किया है।
दो दिन बाद चलने लगा मरीज
नीम का थाना के छावनी निवासी गुलाबचंद सैनी (65) पिछले पांच सालों से घुटने के दर्द से पीड़ित थे। कई जगह इलाज कराने के बाद सैनी राजकीय कपिल जिला अस्पताल के आर्थो सर्जन अरविंद जांगिड़ के संपर्क में आए। जिला अस्पताल के आर्थोपेडिक विभाग ने परीक्षण के बाद दवा शुरु की और घुटने के प्रत्यारोपण की जरूरत बताई। मरीज की सहमति के बाद बाएं घुटने का ऑपरेशन किया गया। इसके दो दिन बाद मरीज को चलाया गया। अभी मरीज के दाएं पैर की सर्जरी होनी बाकी है।
करीब दो लाख रुपए का इलाज हुआ फ्री में
आर्थोपेडिक डॉ. जांगिड़ ने बताया कि मरीज के घुटने का प्रत्यारोपण चिरंजीवी योजना के अंतर्गत किया गया है। जिससे लाभान्वित मरीज के घुटने के प्रत्यारोपण में ना के बराबर खर्चा आया है। निजी अस्पताल में घुटना प्रत्यारोपण के लिए डेढ़ से दो लाख रुपए का खर्च आता है। मरीज प्रत्यारोपण से पूर्व चल फिर नही पा रहा था। मरीज अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है।इस सर्जरी में करीब दो घंटे का समय लगा।
जरूरतमंद लोगों की समस्या होगी दूर
ऑर्थोपेडिक डॉ. सत्यवीर ने बताया कि नीम का थाना क्षेत्र में घुटने के दर्द से पीड़ित गरीब और मध्यमवर्गीय जरूरतमंद को परेशानी का सामना करना पड़ता था। अब वह समस्या दूर हो जाएगी।
कंप्यूटराइज्ड एसिस्टेड सर्जरी से किया गया प्रत्यारोपण
आर्थोपेडिक डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि आर्थो एलाइन की सहायता से कंप्यूटराइज्ड एसिस्टेड सर्जरी के दौरान एकदम सटीक कोणों पर हड्डी को काटकर उसके चारों तरफ ऊतकों को सुरक्षित किया जाता है। घुटने के इंपलांट की आयु भी इसी बात पर निर्भर करती है कि इंपलांट को कितनी अच्छी तरह से प्रत्यारोपित किया गया है।
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