With the continuous increase in the cases of corona in Surat, there is also an increased risk of mosquito-borne diseases dengue and malaria in many areas of the city.

05.07.2022
सूरत में एक तरफ कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, इसके साथ ही शहर के कई इलाकों में मच्छरजनित बीमारियाें डेंगू और मलेरिया का भी खतरा बढ़ गया है। महानगर पालिका के आंकड़ों मे मई माह में मलेरिया के 25 मामले सामने आए थे, वहीं जून माह में यह संख्या बढ़कर 42 तक पहुंच गई। वहीं इस साल अब तक मलेरिया के कुल 172 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि इस साल अब तक डेंगू के कुल 11 मामले सामने आए हैं।डॉक्टरों का कहना है कि बारिश के मौसम में जगह-जगह बरसात का पानी इकट्ठा हाे जाता है। इसके कारण मच्छर पनपते हैं साथ ही डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छरजनित बीमारियां भी बढ़ने लगती हैं। इस साल जून में सबसे मलेरिया के सबसे अधिक 42 मामले मिले हैं।गौरतलब है कि पिछले चार-पांच दिनों से शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण मच्छर जनित बीमारियां फैलने का खतरा और बढ़ गया है। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि बरसात के मौसम में मच्छरजनित बीमारियां तेजी से फैलती हैं। इसके चलते बड़े और बच्चे सभी को बीमार होने का खतरा रहता है।

डेंगू के मामले बढ़े, लेकिन मलेरिया के मरीज कम हुए

2020 से 2022 डेंगू के मामले दोगुना के करीब बढ़ गए हैं। वहीं इसी अवधि में मलेरिया के केस दोगुना कम हुए हैं। 2020 में जून तक शहर में मलेरिया के 479 केस थे। 2021 में 99 मामले थे। वहीं इस साल अब तक 172 मामले आ चुके हैं। अगर डेंगू के आंकड़ाें की बात करें तो 2020 में जून तक 6 मामले आए थे, 2021 में 4 केस आए थे। 2022 में डेंगू के 11 केस जून तक आएं। इसी तरह 2020 में चिकनगुनिया के 2 मामले, 2021 में 6 और इस साल अब तक 2 मामले आ चुके हैं।

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