Under the Chief Minister‘s Free Medicine Scheme, patients have to buy medicines from outside despite the scheme of free medicines in Sikar’s largest government hospital, SK Hospital.
23.06.2022
शेखावाटी के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसके हॉस्पिटल में निशुल्क दवा याेजना के बावजूद मरीजों को बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ रही है। मरीजों को पांच-छह दवा में से एक-दो नहीं मिल रही है। हर 5वां मरीज बाजार से दवा खरीद रहा है।जबकि अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि मरीजों को सभी दवाएं अस्पताल से दी जा रही है। इधर, मुख्यमंत्री वीसी में कई दफा हिदायत दे चुके हैं कि सप्लाई में नहीं आने वाली दवा बाजार से खरीदकर उपलब्ध करवाई जाए। लेकिन सिस्टम फेल साबित हो रहा है।योजना में 969 दवाइयां पंजीकृत है। इनमें से 825 दवा की सप्लाई हो रही है। बाकी 144 तरह की दवाएं जरूरत पर अस्पताल प्रबंधन बाजार से खरीदकर मुहैया करवाने का दावा कर रहा हैंमरीजों को लिखी जा रही 6 में से दो दवाएं नहीं मिल रही है। खास तौर पर इन दवाओं में नींद, एलर्जी, बेचैनी जैसी तकलीफ की दवाएं है। दवा के लिए मरीजों को एक से दूसरे काउंटर पर चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। सीकर शहर निवासी रोशनजहां ने बच्चे के पेट दर्द की दवा के लिए तीन काउंटरों पर चक्कर लगाए।लेकिन उसे खाली हाथ लौटा दिया। काउंटर संख्या तीन पर फार्मासिस्ट से दवा नहीं होने कारण पूछा तो मरीज को दवा उपलब्ध करवाई गई।
निशुल्क जांच से 20 फीसदी बढ़े मरीज, दवा वितरण बेपटरी
मुख्यमंत्री निशुल्क दवा के साथ सभी जांच फ्री होने से एसके अस्पताल में मरीजों की संख्या 20 फीसदी तक बढ़ चुकी है। लेकिन सरकारी सिस्टम मरीजों को सभी दवाएं मुहैया करवाने में नाकाम साबित हो रहा है। कई मामलों में फार्मासिस्ट जानबूझकर मरीजों को दवा मुहैया नहीं करवा रहे हैं। ऐसे में फार्मासिस्ट की निजी दवा दुकानदारों से मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।मरीजों को एक-दो दवाएं नहीं दी जा रही है। ताकि उन्हें ये दवाएं बाजार से खरीदनी पड़े। फार्मासिस्ट खुद के बचाव के लिए पर्ची पर दवा उपलब्ध नहीं होने की मुहर तक नहीं लगा रहे हैं। अस्पतालों को राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा दवा सप्लाई की जा रही है। यहां से दवा नहीं मिलने पर अस्पताल निजी स्तर पर फर्म से टेंडर कर या इंडियन मेडिकल हॉल जयपुर से दवा ले सकते हैं। फिर भी दवा वितरण बेपटरी है।
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