Chandigarh is the best in the country in oxygen management, able to meet the demand of private-government hospitals in the city, an example for other states
05.07.2022
चंडीगढ़ को देश भर में ऑक्सीजन प्रबंधन श्रेणियों का प्रभावी ढंग से कार्यान्वयन करने पर पहला स्थान हासिल मिला है। ऑक्सीजन प्रबंधन में लक्ष्यों को समय से पहले हासिल करने की उपलब्धियां देश में बाकी राज्यों और यूटी के लिए मिसाल बन रही हैं।हाल ही में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की टीम यूटी में ऑक्सीजन प्रबंधन प्रणाली देखने पहुंची थी। इस दौरान टीम ने शहर में सभी सरकारी अस्पतालों में पीएसए प्लांट तथा ऑक्सीजन से जुड़ी अन्य इकाइयों का दौरा किया। टीम ने काफी गहनता से सभी सुविधाओं का मूल्यांकन किया। इसके बाद देश भर में चंडीगढ़ ऑक्सीजन प्रबंधन प्रणाली को सबसे बेहतर और सर्वश्रेष्ठ पाया था।यूटी में पीएसए मॉक ड्रिल 100 प्रतिशत, पीएसए प्लांट ट्रेनिंग में 10 घंटे की ट्रेनिंग 105 प्रतिशत हुई। 180 घंटे की ट्रेनिंग 128 घंटे की गई। ओडीएएस पोर्टल अडॉप्शन 100 प्रतिशत रहा। ऑक्सीजन पोर्टल अपडेशन भी 100 प्रतिशत रहा। इसी तरह एनडीएमए पोर्टल अपडेशन भी 100 प्रतिशत रहा है।
ऑक्सीजन उत्पादन और स्टोरेज क्षमता बढ़ी
यूटी डायरेक्टर, हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर (डीएचएस) डॉ. सुमन सिंह ने बताया कि चंडीगढ़ ने अपने ऑक्सीजन जेनेरेशन और स्टोरेज क्षमता को बढ़ाया है। इसके लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स, एलएमओ टैंक और नए पीएसए प्लांट लगाना शामिल है। चंडीगढ़ की मौजूदा ऑक्सीजन जेनेरेशन क्षमता (पीएसए) 5200 एलपीएम है। यूटी प्रशासन ने दावा किया है कि यह शहर में सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड पूरी करने में सक्षम है।
पीएसए प्लांट स्टाफ को निर्देश जारी
डीएचएस डा. सुमन सिंह समेत डीएमएस, जीएमएसएच 16, डा. परमजीत सिंह और नोडल अफसर (ऑक्सीजन) डा. मंजीत सिंह ने जीएमएसएच 16 में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट्स और ऑक्सीजन के अन्य संसाधनों का सोमवार को दौरा किया। इस दौरान प्लांट्स के सभी पैरामीटर (प्रेशर, फ्लो रेट और शुद्धता) सही रेंज में मिले। डीएचएस ने इस दौरान पीएसए प्लांट स्टाफ को निर्देश दिए कि वह नियमित तौर पर पैरामीटर को चेक करते रहें। यहां सफाई बनाए रखें और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए फायर फाइटिंग उपकरण पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री सोमवार को देश भर में ऑनलाइन पीएसए प्लांट की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्लांट्स पर लगे आईओटरी उपकरणों के जरिए रियल-टाइम डेटा केंद्रीय मंत्री के साथ शेयर किया जा रहा है। डीएचएस ने भी इस दौरान सभी ऑक्सीजन पोर्टल्स, मॉक ड्रिल रिपोर्ट्स तथा पीएसए स्टाफ की ट्रेनिंग का मूल्यांकन किया।
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