Jaipur’s largest Sawai Mansingh (SMS) Medical College will get a new principal after 3 years, 40 applications have been received for this.
16.06.2022
प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस मेडिकल कॉलेज काे 3 साल बाद नया प्रिंसिपल मिलेगा, जिसका काउंटडाउन शुरू हो चुका है। इसके लिए 40 आवेदन आए हैं, जिनमें जयपुर के अलावा अजमेर, बीकानेर और उदयपुर के डॉक्टर भी शामिल हैं। इंटरव्यू 23 जून को हाेंगे। एसएमएस मेडिकल कॉलेज से दो दर्जन, बीकानेर 8, अजमेर 3 उदयपुर के 1 वरिष्ठ चिकित्सक ने प्राचार्य पद के लिए फार्म भरा है। योग्यता के आधार पर 3 आवेदन रिजेक्ट किए गए हैं।एसएमएस प्रिंसिपल के लिए निकाले गए भर्ती विज्ञापन में ऐसे कॉलेज का जिक्र किया गया है जो कि पूरे प्रदेश में नहीं है। आवेदन में लिखा गया-राजस्थान के राजकीय मेडिकल कॉलेज, जयपुर में प्रधानाचार्य व नियंत्रक, संलग्न चिकित्सालय समूह के पद पर नियुक्ति हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित किए जाते हैं। अब सवाल यह कि जब राजकीय मेडिकल कॉलेज एसएमएस है तो उसका सीधे तौर पर नाम क्यों नहीं लिखा गया
After giving the appointments in the Community Health Officer (CHO) held on 10th November 2020 in Rajasthan, now the paper link has been revealed.
16.06.2022
प्रदेश में पेपर लीक मामलों से त्रस्त बेरोजगारों के लिए एक और मायूसी भरी खबर है। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) भर्ती की 10 नवंबर 2020 को हुई परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ था। प्रशिक्षण और नियुक्ति के 3 माह बाद एसओजी ने पेपर लीक मानते हुए सोमवार को केस दर्ज किया है। एसओजी ने जागृति विद्या मंदिर उच्च माध्य स्कूल उद्योग नगर निवारू रोड झोटवाड़ा से पेपर लीक माना है। इस स्कूल का संचालक धीरज शर्मा कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक में पहले से गिरफ्तार है।एसओजी ने जागृति स्कूल की परीक्षा के बाद जमा कराई गई सामग्री जांची। इसके बाद बनी जांच कमेटी ने सेंटर की ओर से जमा कराए उन अभ्यर्थियों के प्रश्न पत्र खंगाले, जो परीक्षा में अनुपस्थित रहे थे। सामने आया कि स्कूल ने ऐसे 18 पेपर वापस जमा कराए, जिनमें से 2 पेपर की सील खुली हुई थी। जो छात्र परीक्षा में नहीं आए, परीक्षा से पहले उनके पेपर खोले गए और पेपर लीक कर दिया गया।इसे आधार मानते हुए परीक्षा के डेढ़ साल बाद एसओजी में मुकदमा दर्ज हुआ है। अब एसओजी आगे की जांच कर रही है।
Arbitrary recovery from Ayushman card holders in Bhopal and recovery of huge amount from the government by telling fake patients to be admitted
15.06.2022
आयुष्मान कार्ड धारकों से मनमानी वसूली व फर्जी मरीजों को भर्ती बताकर सरकार से मोटी रकम वसूलने की शिकायतों के बाद मंगलवार को स्टेट हेल्थ काउंसिल की 22 टीमों ने शहर के 47 अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। ये सभी अस्पताल आयुष्मान भारत निरामयम से इम्पैनल्ड हैं। शुरुआती जानकारी के अनुसार इनमें से 12 अस्पतालों में गड़बड़ियां मिली हैं, जिसके आधार पर इन्हें आयुष्मान योजना से बाहर किया जाएगा।खजूरीकलां रोड पर कृष्णा नगर स्थित वैष्णो मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में गत 31 मई को फर्जी मरीजों के नाम पर आयुष्मान योजना के तहत सरकार से पैसे लेने का मामला उजागर हुआ था। इसके बाद काउंसिल के कॉल सेंटर पर कई लोगों ने शिकायत दर्ज कराई कि उनसे भी आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद अस्पतालों में जमकर लूट हुई।आयुष्मान भारत योजना मप्र के सीईओ अनुराग चौधरी ने बताया कि इन शिकायतों के मद्देनजर मंगलवार को भोपाल के 47 अस्पतालों में 22 टीमें भेजी गईं। योजना से जुड़े अस्पतालों का रिकॉर्ड चैक किया गया। वहां भर्ती आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों से पूछताछ की गई। साथ ही स्टेट हेल्थ काउंसिल के पोर्टल पर अस्पताल द्वारा दर्ज किए गए मरीजों और वास्तविक भर्ती मरीजों की संख्या का मिलान किया गया।
Doctors at Patna Medical College Hospital (PMCH) performed surgery on a 50-year-old patient and removed a metal glass stuck in the way of thinking.
15.06.2022
पीएमसीएच में सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने सर्जरी कर सोच के रास्ते में फंसा मेटल (स्टील )का गिलास निकाला है। एक 50 साल के मरीज को उसके परिजन लेकर आए और बताएं कि सोच के रास्ते कोई फॉरेन बॉडी प्रवेश कर गया है। डॉक्टरों द्वारा एक्सरे जांच मैं पता चला की सोच के रास्ते में स्टील का गिलास फंसा हुआ है और लगातार ब्लीडिंग हो रही है। मरीज जहानाबाद का रहने वाला है।पीएमसीएच के सर्जन डॉ. विनय ने अपनी टीम के साथ तुरंत सर्जरी का निर्णय लिया, वरना स्थिति गंभीर हो सकती थी। गिलास सोच के रास्ते तक पहुंच गया था और खून भी निकल रहा था गिलास इतना अंदर चला गया था कि बगैर सर्जरी निकालना संभव नहीं था, हालांकि मरीज ने कहीं और इलाज कराया था जिसके कारण जख्म हो गया था। डॉ. विनय ने बताया कि सर्जरी करके गिलास को निकाल लिया है। मरीज अब बिल्कुल ठीक है और खाना भी खा रहा है।
Primary angioplasty facility will be available in Patna’s Indira Gandhi Institute of Cardiology (IGIC) after a month.
09.06.2022
प्राइमरी एंजियोप्लास्टी एक काफी मानक और सामान्य प्रक्रिया है, जिसकी जरूरत हार्ट अटैक आने पर पड़ती है,जिसे कई कुशल हृदय रोग विशेषज्ञ पूरी दुनिया में करते हैं। हालांकि रोगी की ओर से प्रक्रिया के बाद के तरीकों के महत्व की समझ और उसकी सराहना में अभी भी कमी है। प्राइमरी एंजियोप्लास्टी व 24 घंटे एक्स-रे ,इको, पैथोलॉजिकल जांच और छोटी स्ट्रेलाइजेशन की सुविधा संस्थान के नए भवन में मिलेगी।इसकी शुरुआत में अभी तक महीने का समय लगेगा। यह जानकारी संयुक्त निदेशक डॉ. केके वरुण ने दी है। अब नए भवन में मरीजों को शिफ्ट किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने करीब 2 घंटे तक भवन का निरीक्षण किया, इस बीच वार्ड, कैथ,ओटी, इमरजेंसी, सीसीयू, इको ,टीमटी रूम आदि का जायजा लेकर कर्मियों को जल्द ठीक करने का निर्देश दिया, सर्जरी व ऑक्सीजन सप्लाई जल्दी शुरू करने को भी कहा। कई कुशल हृदय रोग विशेषज्ञ पूरी दुनिया में करते हैं। हालांकि रोगी की ओर से प्रक्रिया के बाद के तरीकों के महत्व की समझ और उसकी सराहना में अभी भी कमी है। प्राइमरी एंजियोप्लास्टी व 24 घंटे एक्स-रे ,इको, पैथोलॉजिकल जांच और छोटी स्ट्रेलाइजेशन की सुविधा संस्थान के नए भवन में मिलेगी। प्राइमरी एंजियोप्लास्टी की जरूरत हार्ट अटैक आने पर पड़ती है। इसकी शुरुआत में अभी तक महीने का समय लगेगा। यह जानकारी संयुक्त निदेशक डॉ. केके वरुण ने दी है। अब नए भवन में मरीजों को शिफ्ट किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने करीब 2 घंटे तक भवन का निरीक्षण किया, इस बीच वार्ड, कैथ,ओटी, इमरजेंसी, सीसीयू, इको ,टीमटी रूम आदि का जायजा लेकर कर्मियों को जल्द ठीक करने का निर्देश दिया, सर्जरी व ऑक्सीजन सप्लाई जल्दी शुरू करने को भी कहा।
Annapurna food has been expanded by the civic council in Laxmangarh, patients and their families will get fresh food for Rs 10 in the local sub district hospital.
07.06.2022
अस्पतालों में मरीजों के साथ उनके परिजनों का भी ख्याल रखना सरकार व अस्पताल की जिम्मेदारी बनती है, अस्पताल में एंटीबॉडी कम होने व समय पर भोजन ना मिलने पर आए हुए परिजन भी बीमार पड़ सकते हैं, इसलिए उन्हें समय पर भोजन खाने से मदद मिलती है व बीमारियों से बचा जा सकता है, इसी की तर्ज पर लक्ष्मणगढ़ के उप जिला अस्पताल में मरीजों व उनके परिजनों को ₹10 में ताजा भोजन मुहैया करवाया जाएगा, परिषद की भोजन वेन अस्पताल की ओपीडी के समय सुबह 11 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक अस्पताल के बाहर खड़ी रहेगी।परिषद के स्थानीय इकाई संरक्षक राजकुमार पारीक, राज्य सरकार के विप्र कल्याण बोर्ड सदस्य पवन बुंटोलिया तथा उप जिला अस्पताल प्रभारी डॉ. राजीव ढाका ने प्रकल्प का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर परिषद के सचिव निशांत गोयनका, संयोजक छगनलाल शास्त्री, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष संदीप बजाज, सचिन झांकल रवि क्याल आदि उपस्थित रहे
Free medical check-up camp organized under the aegis of Sunshine Hospital in Surat
07.06.2022
निशुल्क चिकित्सा जांच शिविर के आयोजन करवाने का मकसद आम जनों तक निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है,जिससे कि उन्हें होने वाली बीमारियों का जांच से पता चल सके। ऐसा ही आयोजन सूरत के सनशाइन अस्पताल में हुआ, जहां आए हुए गणमान्य लोगों ने दीप प्रज्वलित कर आयोजन का शुभारंभ किया। जिसमें 200 से अधिक लोगों ने नेत्र, दांत, ईसीजी, रैंडम शुगर, ब्लड प्रेशर, फिजियोथैरेपी सहित अन्य जांच करवा कर डॉक्टरों से परामर्श लिया। शिविर में जरूरतमंदों को चश्मे वितरित किए तथा आयोजन में सहायता करवाने वाले लोगों का आभार व्यक्त किया गया, जिससे कि आने वाले समय में ऐसे शिविरों का आयोजन होता रहे व आमजन को इसका लाभ पहुंचता रहे
IOCL (Indian Oil Corporation) Patna Recruitment for 43 vacancies of Medical Officers
06.06.2022
सरकारी नौकरी की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Indian Oil Corporation Limited) ने मेडिकल ऑफिसर के पदों पर भर्तियां के लिए नोटिफिकेशन जारी की है. इन पदों पर आवेदन की प्रक्रिया 17 मई 2022 से शुरू है और आवेदन करने की अंतिम तिथि 16 जून 2022 तक है,इसके लिए आवेदन इंडियन ऑयल की वेबसाइट www. iocl.com पर जाकर करना है।इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 43पदों पर वैकेंसी निकाली गई है,चीफ मेडिकल ऑफिसर और एडिशनल चीफ मेडिकल ऑफिसर पद के लिए उम्मीदवारों को एमडी/एमएस किया होना चाहिए।उम्मीदवारों का सेलेक्शन पर्सनल इंटरव्यू के माध्यम से होगा, इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवारों के पास इंग्लिश या हिंदी भाषा में बोलने का ऑप्शन होगा।सीनियर मेडिकल ऑफिसर- 60000-180000/- रुपये प्रति माह व एडिशनल चीफ मेडिकल ऑफिसर- 90000-240000/-रुपये प्रति माह देय होगा।
Fake medicine worth 11 crores recovered in Ajmer, Sunil Nandwani, operator of Himalaya Meditech company arrested
06.06.2022
राजस्थान में नशे के नेटवर्क के खिलाफ प्रदेश की पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ कार्रवाई करने में लगी हुई है. अजमेर में छापेमारी के जरिए नशे के सौदागरों को पकड़ने की कोशिश की गई.रामगंज थाना पुलिस ने न्यू ट्रांसपोर्ट के गोदाम मालिक लतीफ के गोदाम पर छापा मारकर नशीली दवाओं के 117 कार्टन बरामद किए, राहुल चौहान के युवक ने लतीफ से 3000 रुपए में गोदाम किराए पर ले रखा था। पुलिस ने गोदाम में 11 करोड़ कीमत की नशीली दवाओं के जखीरे को बरामद करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस काले कारोबार का मास्टरमाइंड हिमालय मेडिटेक कंपनी का संचालक सुनील नंदवानी है, जो जयपुर से इस खेप को अजमेर मंगवाता और फिर इधर उधर छुपा देता था।।अजमेर में मिली इतनी नशीली दवाओं की इतनी बड़ी खेप के बाद ड्रग कंट्रोलर विभाग के भी कान खड़े हो गए. ड्रग कंट्रोलर टीम ने दवा के होलसेल मार्किट विमला मार्किट में दबिश देते हुए कई दुकानों को खंगाला और कुछ को सीज करते हुए अपनी जांच शुरू कर दी है।बिना बिल के नशीली दवाओं के इतने बड़े कंसाइनमेंट को लेकर पुलिस भी सकते में आ गई।एसपी ने आधा दर्जन टीमें बनाई हैं, ताकि यह पता चल सके कि नशीली दवाओं की यह खेप अजमेर में कितनी मेडिकल स्टोर तक सप्लाई हो चुकी है।