Medical student strangulated
औरंगाबाद (महाराष्ट्र) के महात्मा गांधी मिशन मेडिकल कॉलेज के होस्टल में एक मेडिकल छात्रा की लाश बरामद हुई है । पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि 21 वर्षीय छात्रा आकांक्षा देशमुख की मौत गला घोंटने से हुई है ।
मृतक फिजियोथेरेपी की छात्रा थी, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है लेकिन अभी तक अपराधी का कोई सुराग नहीं मिला है ।
Health employees can join now (after election code of conduct)
अचानक राज्य में निर्वाचन आयोग की आचार संहिता लागू हो जाने के कारण 5 अक्टूबर को गफलत की स्थिति उत्पन्न हो गयी, चिकित्सा एवं अन्य विभागों में 5 से 7 अक्टूबर तक खूब तबादले किये गए ।
आचार संहिता के बाद हुए तबादलों की स्थिति में कई कार्मिकों को तो रिलीव कर दिया गया लेकिन उन्हें नई जगह जॉइन नहीं करवाया गया और बहुतों को रिलीव ही नहीं किया गया ।
दो सौ से ज्यादा नए पदस्थापित चिकित्सा अधिकारियों को भी जॉइनिंग नहीं दी जा रही थी जिससे वो काफी परेशान थे ।
आज दिनांक 12 अक्टूबर को विभाग ने आदेश जारी करते हुए, पूर्व में और उक्त अवधि में हुए तबादलों और नव नियुक्तियों को नई जगह जॉइन करवाने का एक मौका दे दिया है, अब तबादले हो चुके कार्मिक रिलीव होकर जॉइन कर पाएंगे और पूर्व में रिलीव हो चुके कार्मिक भी नई जगह जॉइन करेंगे ।
Annual Performance Appraisal reports filling authorities
अरिसदा और चिकित्सकों की लम्बे समय से मांग थी की राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों के वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन/ annual performance appraisal (APA)/annual confidential report (ACR) विभागीय अधिकारीयों द्वारा ही भरी जानी चाहिए, जबकि पहले ये रिपोर्ट्स समीक्षा के लिए पंचायती-राज के कार्यकारी अधिकारीयों और जिला कलेक्टर आदि के पास जाती थी […]
Health ministry banned 328 fixed-dose combination drugs
स्वास्थ्य मंत्रालय ने 328 fixed-dose combination (FDC) दवाइयों के निर्माण, बिक्री और मार्केटिंग पर रोक लगा दी है, इन दवाइयों में मुख्यतः पेन किलर्स, कफ सिरप और सर्दी जुकाम की दवाइयां हैं जैसे की सेरिडोन, पैनड्रम, ग्लुकोनोर्म पीजी, लुपिडीक्लोक्स, टैक्सिम एजेड, कोरेक्स सिरप, विक्स एक्शन 500, डी-कोल्ड टोटल आदि !
इन कॉम्बिनेशन से करीब छह हजार दवाइयां बनती हैं, इन पर रोक से ढाई हजार करोड़ का व्यापार प्रभावित होगा !
यह प्रतिबंध लगाना इतना आसान नहीं था, केंद्र सरकार ने 2014 में पहली बार इन दवाओं पर प्रतिबंध लगाया था, उस प्रतिबंध के खिलाफ दवा कंपनियां सुप्रीम कोर्ट गयी, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेशित किया की दुबारा से दवाइयों को जांचें. सरकार द्वारा जांचने के बाद पुनः पाया गया की ये कॉम्बिनेशन नुकसानदायक है, अतः रोक जारी रहेगी !
चूँकि बहुत से लोग बिना डॉक्टरी सलाह के इन दवाओं को सीधे मेडिकल स्टोरों से खरीद्के उपयोग में ले रहे थे जो की उनके लिए नुकसानदायक हो रही थी, यह भी एक कारण था की इन दवाओं पर रोक लगाई गयी है !
किसी भी तरह की दवाई का इस्तेमाल केवल डॉक्टरी सलाह के बाद ही करना चाहिए !
अपडेट = तीन दवाओं को मिली रिलीफ ! सेरीडॉन है शामिल उनमें ।
कॉम्बिनेशन की पूरी लिस्ट यहाँ उपलब्ध है –