Civil surgeons are reluctant to give joining even after restoring the jobs of 1045 health workers who did excellent work during the Corona period in Kaithal, Chandigarh City.

04.06.2022
एनएचएम के एमडी ने सभी सिविल सर्जन को आदेश जारी कर हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत 21 दिसंबर तक के लिए 1045 स्वास्थ्य कर्मियों को तुरंत प्रभाव से नौकरी जॉइनिंग कराने के आदेश जारी किए थे, इतना ही नहीं कर्मचारियों को वेतन देने के लिए 24 करोड़ का बजट भी जारी किया था। परंतु अभी भी सिविल सर्जन द्वारा स्वास्थ्यकर्मियों की जॉइनिंग नहीं करवाई जा रही, सर्जन के इस फैसले से कोविड स्टाफ ही नहीं बल्कि इस निर्णय का खामियाजा आमजन को भी भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल में कोविड-19 की सैंपलिंग आरटीपीसीआर व टेस्टिंग का कार्य पूर्ण रूप से बंद है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग, प्रशासन व सरकार जनता की परेशानियों के प्रति कितनी गंभीर है। नींद में सोई सरकार व विभागीय अधिकारियों को जगाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों ने नारेबाजी की वह जल्द से जल्द नौकरी ज्वाइन करवाई जाने के पक्ष में अपनी बात रखी।

The case of Vishunpura village of Patna, husband killed his wife for not agreeing to abortion

04.06.2022
विशुनपुरा गांव में रात में सो रही पत्नी को पति ने चाकुओं से गोदकर मार डाला। पत्नी के अबॉर्शन नहीं कराने की वजह से था नाराज। मृत महिला मंडोरा थाना क्षेत्र के नरहरपुर सदा राय के टोला निवासी मुमताज अंसारी की पत्नी साजिया खातून है। इनकी शादी 4 वर्ष पूर्व में हुई थी। दोनों काफी दिनों से अलग रहते थे। साजिया अपने मामा के घर रहती थी। 2 दिन पूर्व ही आरोपी मुमताज अंसारी साजिया के मामा के घर पर पहुंचा था व साजिया को अपने साथ वापस ले जाने की बात कहकर आया था, वो साजिया का अबॉर्शन करवाना चाहता था। परंतु साजिया को अबॉर्शन नहीं कराना था। इस बात से नाराज होकर उसका रात को जैसे ही मौका लगा उसने साजिया पर चाकुओं से वार कर दिया। जिससे साजिया की मृत्यु हो गई, साजिया के मामा ने पुलिस बुलाकर मुमताज अंसारी को पुलिस के हवाले कर दिया।

During the final year examination of MBBS in Aryabhatta Knowledge University, Patna, the student got the question paper and mobile.

04.06.2022
एकेयू की ओर से एमबीबीएस फाइनल ईयर छात्रों के लिए आयोजित परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले एमबीबीएस छात्रों को केंद्र में प्रवेश दिया जा रहा था उसी दौरान एक संगीन छात्र को कॉलेज प्रशासन ने पकड़ा, छात्र के पास मौजूद बैग में परीक्षा का प्रश्न पत्र मिला उसी के हिसाब से उसके पास पर्चियां और 5 मोबाइल मिले, छात्र का नाम मुकेश बताया जा रहा है जो कि वैशाली जिले का रहने वाला है। परीक्षा नियंत्रक डॉ राजीव रंजन ने बताया कि मामले में आला अधिकारियों को अवगत कराया है की परीक्षा से पहले ही परीक्षार्थी के पास प्रश्नपत्र मौजूद होना, यह एक बहुत बड़ी निंदनीय घटना है।

In Patna, the General Administration Department issued a notification, a major reshuffle made in the department of many top officials, Senthil was given the command of the Secretary of the Health Department.

04.06.2022
ग्रह विभाग में सचिव के रूप में तैनात के सेंथिल कुमार को स्थानांतरित करते हुए स्वास्थ्य विभाग का सचिव बनाया गया है। देर रात सामान्य प्रशासन विभाग ने इस आशय की अधिसूचना जारी की

Change in free IPD OPD schemes running in government hospitals of Rajasthan by Chief Minister of Rajasthan Ashok Gehlot

04.06.2022
मुख्यमंत्री ने राजस्थान में सभी सरकारी अस्पतालों में आईपीडी एवं ओपीडी मरीजों के लिए निःशुल्क उपचार व निःशुल्क एमआरआई, एक्स-रे तथा सीटी स्केन की सुविधाएं शुरू करवाई थी, जिसका नाम मुख्यमंत्री निशुल्क आईपीडी-ओपीडी योजना रखा गया था। इस योजना में फेरबदल करते हुए गाइडलाइन जारी की गई है, जिसके अंतर्गत सभी मरीजों के लिए जन आधार कार्ड अनिवार्य किया जाएगा ,इसमें दो नए प्रावधान जोड़े गए है,नई गाइड लाइन के तहत यदि किसी मरीज का ओपीडी के माध्यम से भर्ती पर 10 हजार रुपए प्रति माह की दवा की जरूरत है तो संबंधित विभाग के अध्यक्ष (एचओडी) द्वारा उसकी दवा की प्रस्तावना की जाएगी। एचओडी की अनुशंसा पर वह दवा मिलेगी। यदि किसी मरीज की दवा का मूल्य 1 लाख रुपए से अधिक प्रति माह है तो उसके लिए स्वीकृति का प्रकरण एसएमएस मेडिकल कालेज स्तर पर गठित कमेटी के पास अनुशंसा के लिए भेजा जाएगा।कमेटी की अनुशंसा पर ही भर्ती मरीज के लिए दवाएं लिखी जाएंगी। योजना में ओपीडी-आईपीडी सभी मरीजों के लिए जन आधार कार्ड जरूरी रखा गया है, ऐसा नहीं होने पर उसे तुरंत जन आधार के आवेदन पर कुछ शिथिलता दी जा सकेगी।

Sawai Mansingh Hospital Jaipur, the first choice of outside states for treatment

04.06.2022
जयपुर का सवाई मान सिंह अस्पताल देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार है. मरीजों के इलाज के मामले में जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों का कोई सानी नहीं है। इस कॉलेज से जुड़े 10 सरकारी अस्पतालों ने पिछले 1 साल में 60 लाख से अधिक रोगियों को उपचार दिया है। इस अवधि में लगभग 2.65 लाख मेजर-माइनर ऑपरेशन किए हैं। यानी यह कॉलेज देश में तो सिरमौर बना ही, दुनिया में सरकारी सेटअप वाले उन मेडिकल कॉलेजों में भी शुमार हो गया, जहां सर्वाधिक मरीज आते हैं। सस्ते व क्वालिटी इलाज एवं कैंसर, हृदय, न्यूरोसर्जरी, न्यूरोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, सर्जरी, मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी, ट्रोमा सेंटर में विश्वस्तरीय उपचार,बोनमैरो ट्रांसप्लांट इन जैसी सभी सुविधाओं की वजह से एसएमएस लोगों की पहली पसंद बन गया है।

CMHO (Chief Medical Health Officer) sealed Dayawati Hospital running without a license in Bilaspur, Chhattisgarh

03.06.2022
स्वास्थ्य विभाग से लाइसेंस लिए बगैर ही दयावती हॉस्पिटल का संचालन किया जा रहा था। खास बात यह है कि कोरोना काल से अस्पताल का संचालन जारी था और इसमें एक भी डॉक्टर नहीं है। उन्हें भी इलाज के लिए किराए पर बुलाया जाता। फिलहाल जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अब हॉस्पिटल को सील कर दिया है।कोरोनाकाल के दौरान मरीजों की संख्या में अचानक से बढ़ोतरी हुई, तो शहर में भी नए अस्पतालों की बाढ़ आ गई। इलाज के नाम पर मरीजों को भर्ती किया गया और उनसे मोटी फीस वसूली गई। हालांकि तब स्वास्थ्य विभाग ने इस ओर देखा भी नहीं दयावती हॉस्पिटल मरीजों को भर्ती किया गया। जब इलाज की बारी आई तो किराए पर यानी पार्ट टाइम डॉक्टर बुलाए गए।बुधवार को CMHO डॉ. प्रमोद महाजन अपनी टीम के साथ दयावती हॉस्पिटल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पहले अस्पताल का निरीक्षण किया। साथ ही इलाज करने वाले डॉक्टर और स्टाफ की जानकारी ली। समुचित जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने सीधे कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील करने का आदेश दिया।

Orders given by the Finance Department, Government of Rajasthan in relation to providing medical facilities in referral hospitals located outside the state.

03.06.2022
वित्त विभाग राजस्थान सरकार द्वारा आदेश जारी किए गए हैं कि राज्य से बाहर राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (RGHS) में अधिकृत चिकित्सालय में ही RGHS पोर्टल के माध्यम से ही रेफर कराए जाने पर चिकित्सा सुविधा देय होगी तथा बिना रेफर कराए जाने पर भी चिकित्सालय में उपचार कराने पर RGHS दरों पर नियमानुसार प्रक्रिया से पूनभऺरण देय होगा।

Notice given by NHM (National Health Mission) to all Chief Medical and Health Officers of Rajasthan regarding updating CRIS software

03.06.2022
नोटिस द्वारा बताया गया की,एनएचएम योजना के तहत जितने भी स्वीकृत विभिन्न संवर्ग के संविदा पदों पर कार्यरत संविदा कार्मिकों के रीलोकेशन/नियमित नियुक्ति/सेवा समाप्ति इत्यादि पश्चात जिले में कार्यरत कार्मिकों की वस्तुस्थिति से संबंधित क्रिस सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं किया गया है, जिससे राजस्थान सरकार को एनएचएम की मेनपावर की सूचनाएं नहीं पहुंचाई जा पा रही हैं। अतः नोटिस में निर्देश दिए गए हैं कि जिले में जितने भी एनएचएम योजना में जिला स्तरीय संविदा पदों पर कार्यरत संविदा कर्मी, जिसमें विशेष रूप से (एएनएम,जीएनएम, फार्मेसिस्ट और लैब टेक्नीशियन) अवश्य रूप से क्रिस सॉफ्टवेयर को अपडेट करना सुनिश्चित करवाएं।

Disclosure of fraud happening in Bhopal’s Vaishno Hospital

03.06.2022
आयुष्मान भारत योजना की टीम की जांच में इस धांधली का खुलासा हुआ। सरकार ने इस अस्पताल का 50 लाख रुपए का भुगतान रोक लिया है। अस्पताल के संचालक विवेक परिहार पर क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज करा दी गई है।यह अस्पताल आयुष्मान भारत योजना में इम्पैनल्ड है। यहां आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज मुफ्त में होता है। इलाज का बिल अस्पताल की ओर से सरकार को भेजा जाता है। पिछले एक साल में अस्पताल ने डेढ़ करोड़ रुपए का क्लेम किया, जिसमें से लगभग 1 करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है। गौरतलब है कि आयुष्मान योजना में पिछले एक साल में 60 अस्पतालों के खिलाफ ऐसी शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।