Doctor surprised to see Rahul’s normal BP, pulse in hospital after removing Rahul who fell in borewell in Janjgir Champa, Chhattisgarh

16.06.2022
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल में फंसे राहुल को 106 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन बाद मंगलवार देर रात सुरक्षित निकाल लिया गया। रेस्क्यू के फौरन बाद उसे बिलासपुर के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। राहुल शुक्रवार को दोपहर करीब 2 बजे 60 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। प्रशासन, SDRF, NDRF और सेना ने इस ऑपरेशन को बिना रुके अंजाम दिया। ये देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन बताया जा रहा है। इससे पहले हरियाणा के कुरूक्षेत्र में 21 जुलाई 2006 को 50 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 5 साल के प्रिंस को 50 घंटे में बचाया गया था।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे। वो राहुल के परिजनों के संपर्क में थे। मंगलवार रात उन्होंने सोशल मीडिया पर रेस्क्यू ऑपरेशन कामयाब होने की जानकारी दी। CM ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान गड्‌ढे में एक सांप भी आ गया था। मगर खतरा टल गया। काफी लोग घटनास्थल के पास मौजूद थे।जैसे ही राहुल को बाहर निकाला गया जवानों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। लोगों ने रेस्क्यू टीम के लिए तालियां बजाईं और पटाखे चलाए। लोगों ने SDRF, NDRF और सेना के जवानों को गोद में उठा लिया।

Patna Health Minister Mangal Pandey inaugurated Cancer Prevention Drive (Free Health Checkup Camp and Uterine Cancer Vaccine Campaign) organized by Voluntary Organization Gulmohar Maitri

16.06.2022
कैंसर से लड़ाई को समाज का अभियान बनाना होगा। शुरुआती दौर में इसकी पहचान कर ली जाए तो जान बचाना आसान होता है। ये बातें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने स्वयंसेवी संस्था गुलमोहर मैत्री की ओर से आयोजित कैंसर प्रीवेंशन ड्राइव (निःशुल्क स्वास्थ्य जांच कैंप एवं गर्भाशय कैंसर टीका अभियान) के उद्घाटन के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में कहीं।बुधवार को आईएमए भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में श्री पांडेय ने कहा कि इस संस्थान की ओर से चलाए जा रहे अभियान में चार जिलों में गर्भाशय कैंसर से बचाव का टीका 50-50 बच्चियों को पटना, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी व सीवान में दिया जाएगा। इन सभी चारों जिलों में मेमोग्राफी जांच मशीन से युक्त कैंसर जांच का वैन भी जाएगा।श्री पांडेय ने कहा कि कैंसर की रोकथाम के लिए राज्य में स्वास्थ्य विभाग व टाटा मेमोरियल हास्पिटल मुंबई के साथ एक एमओयू साइन कर 14 जिलों में डिटेक्शन सेंटर स्थापित किया गया है। मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में इसकी जांच और प्रारंभिक इलाज भी जारी है।विधान परिषद में सत्तारुढ़ दल के उपनेता देवेश चंद्र ठाकुर, विधायक श्रेयसी सिंह, आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, एनसीसी के बिहार व झारखंड के एडीजी इंद्रजीत बालानजी, रुबन हास्पिटल के निदेशक डॉ. सत्यजीत सिंह ने भी संबोधित किया। मौके पर एशियन हॉस्पिटल के मृत्युजंय, बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के डॉ. एन के गुप्ता भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। इसके पूर्व गुलमोहर मैत्री की सचिव मंजू सिन्हा ने सभी उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया।

For the first time, a camp was organized in the Government Hospital of Mount Abu on World Blood Donor Day, judge-lawyer and CI also reached to donate blood

15.06.2022
माउंट आबू शहर में विश्व रक्तदाता दिवस पर पहली बार सरकारी अस्पताल में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें अपना ब्लड डोनेट करने के लिए शहरवासियों के साथ मजिस्ट्रेट व पुलिस के अधिकारी भी आगे आए। शहर के सरकारी अस्पताल में मंगलवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट व विधिक सेवा प्राधिकरण तालुका विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष प्रवीण कुमार चौहान समेत एडवोकेट, डीएसपी योगेश शर्मा, सीआई किशोर सिंह भाटी समेत अन्य कर्मचारियों की टीम भी सामने आई और रक्तदाता दिवस के अवसर पर ब्लड डोनेट किया। शिविर तालुका विधिक सेवा समिति और सरकारी अस्पताल के तत्वाधान में आयोजित हुआ, जहां 2 घंटे में 30 सदस्यों ने अपना रक्तदान किया और सरकारी अस्पताल में 30 यूनिट ब्लड दिया।इस मौके थानाधिकारी किशोर सिंह भाटी, सरकारी अस्पताल के प्रभारी अधिकारी लक्ष्मण मेडतवाल, डॉ. नवीन शर्मा, वरिष्ठ नर्सिंग प्रकाश, तालुका विधिक सेवा समिति के सचिव जेठाराम, एडवोकेट भूपेंद्रसिंह जैन, गौरव कौशिक, बद्रीलाल काबरा , गजेंद्र सिंह क्षेत्रीय वन अधिकारी, कृष्णा कुमार, भरत सिंह, सोहनलाल, नवीन कुमार रेलवे रिजर्वेशन काउंटर, पवन सिंह, भंवरलाल, सवाराम, दलपत सिंह, मोहन चौधरी, सरजीत सिंह, भारत सिंह, रामकुमार समेत सरकारी अधिकारी व कर्मचारी ने रक्त दान दिया।

Himachal Pradesh’s Indira Gandhi Medical College, Chamba Medical College and Nahan Medical College will soon get permanent principals

15.06.2022
हिमाचल प्रदेश के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, चंबा मेडिकल कॉलेज और नाहन मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य की खाली पोस्ट को जल्द भरा जाएगा। सरकार जल्द सीनियर डॉक्टरों की डीपीसी करने जा रही है।हिमाचल प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेज एडिशनल चार्ज के साथ चल रहे हैं] जिससे यहां कई तरह की परेशानियां खड़ी होने लगी हैं। स्थायी प्रिंसिपल न होने से मेडिकल कॉलेजों में कई तरह के काम प्रभावित हो रहे हैं। अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे प्राचार्य निर्णय नहीं ले पा रहे। इसलिए अब सरकार सीनियर डॉक्टरों की डीपीसी करवाने जा रही है। इसके बाद स्थायी प्राचार्यों की नियुक्ति हो पाएगी।
प्रिंसिपसल न होने से सबसे ज्यादा परेशानी तो इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में आ रही है। इसलिए विभाग अब 12 से 15 सीनियर डॉक्टरों की डीपीसी डीपीसी करवाने जा रहा है। इसके लिए होम डिपार्टमेंट से विजिलेंस क्लीयरेंस मांगी गई है, ताकि जिनकी डीपीसी हो रही है, उन पर किसी तरह का कोई मामला न हो। वहीं डिपार्टमेंट से भी इंटिग्रेटी मांगी गई है और उनकी एसीआर भी देखी जा रही है।हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में स्टॉफ की भी कमी देखने को मिल रही है। कई जगह डॉक्टर नहीं है और कई जगह नर्सों की किल्लत है। चंबा मेडिकल कॉलेज में अल्ट्रासाउंट की दिक्कतें आ रही हैं। नाहन मेडिकल कॉलेज से भी मरीज शिमला आईजीएमसी रेफर किए जा रहे हैं। प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पांडा ने कहा कि डॉक्टरों कि जल्द डीपीसी करके एक तो उन्हें प्रमोट किया जाएगा, दूसरा मेडिकल कॉलेजों में खाली चल रहे प्रिंसिपल के पदों को भरा जाएगा।

Patna Health Minister Mangal Pandey and Department’s Additional Chief Secretary Pratyaya Amrit gave instructions to maintain order in Patna hospitals for corona patients

15.06.2022
पटना सहित प्रदेश में इन दिनों कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती देख स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी सिविल सर्जन और सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों में व्यवस्था दुरूस्त रखें।बेड, ऑक्सीजन, दवा, वेंटिलेंटर, आईसीयू तमाम चिकित्सकीय सुविधाओं को पहले से दुरूस्त करके रखें। जिससे कोरोना मरीज कभी भी अस्पताल पहुंचे तो उसका तुरंत इलाज शुरू हो जाए। मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलों के सिविल सर्जन और अस्पतालों के मेडिकल सुपरिटेंडेंट और अन्य पदाधिकारी से चर्चा की।अस्पतालों का दावा है कि मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू होगी तो उसी के अनुसार बेडों की संख्या भी बढ़ा दी जाएगी। पीएमसीएच, एनएमसीएच, पटना एम्स, आईजीआईएमएस में इलाज की व्यवस्था रखी गई है। पीएमसीएच, आईजीआईएमएस और एनएमसीएच में ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था है। इसलिए यहां ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।

‘Pakdaua marriage’ happened again in Bihar! Forcibly married after kidnapping the doctor who went for treatment

15.06.2022
बिहार में के बेगूसराय जिले में अपहरण कर पकड़ौआ विवाह करवाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में तेघड़ा थाना में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करवायी गयी है। पीड़ित पक्ष के द्वारा अपहरण कर पकड़ौआ विवाह शादी करवाने की बात कही जा रही है. हालांकि, पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर रही है।मिली जानकारी के मुताबिक तेघड़ा थाना क्षेत्र के पिढ़ौली गांव निवासी सुबोध कुमार झा ने थाना में आवेदन देकर अपने बेटे का अपहरण कर शादी करने का शिकायत दर्ज कराई है।आवेदन में उन्होंने आरोप लगाया कि सोमवार की दोपहर उनका बेटा ग्रामीण चिकित्सक (वेटनरी डॉक्टर) सत्यम कुमार मवेशी का इलाज करने के लिए निकला था, लेकिन देर रात तक वो घर नहीं लौटा, मंगलवार की सुबह सत्यम की मां के फोन पर शादी का एक विडियो क्लिप आया जिसमें मंदिर में सत्यम और उसके साथ दुल्हन के कपड़े में एक लड़की बैठी हुई थी।आस-पास लोगों की भीड़ थी और पंडित मंत्रोच्चारण कर रहा था, स्पष्ट है कि शादी की रस्में निभाई जा रही थीं। इस वीडियो को देखने के बाद परिवारवालों के होश उड़ गए। वहीं, सत्यम के चाचा की मानें तो हसनपुर गांव के विजय सिंह ने सत्यम का अपहरण कर उसकी जबरन शादी करा दी है। पुलिस लापता वेटनरी डॉक्टर सत्यम कुमार की बरामदगी के लिए छापेमारी कर रही है‌।सत्यम के मिलने के बाद ही मामला स्पष्ट हो सकेगा कि उसकी शादी कैसे और किन परिस्थितियों में हुई।

More than 50 nurses have made serious allegations of obscenity against the superintendent of Bhopal’s Hamidia Hospital, Dr. Maravi.

15.06.2022
अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक पर अश्लीलता और बलात्कार का आरोप लगा है, इस मामले में स्टॉफ की 50 से अधिक नर्सों ने एकजुट होकर शिकायत दर्ज कराई है, मामला चिकित्सा एवं शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग तक पहुंचने पर हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ दीपक मरावी के खिलाफ नर्सों ने जबरन चैंजिंग रूम में घुसकर अश्लीलता करने का आरोप लगाया है, उनका कहना है कि अधीक्षक बिना गेट पर दस्तक दिए अंदर घुस जाते हैं, वे नशे की हालात में हाफ पेंट में ही रहते हैं और अश्लीलता करते हैं, इस बारे में उनका विरोध करने पर वे नौकरी से हाथ धो बैठने की धमकी देते हैं। इस मामले में स्टॉफ की नर्सों ने लिखित में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से शिकायत की है, उन्होंने इस मामले की १० दिन में जांच के लिए संभाग कमिश्नर गुलशन बामरा को आदेश दिए हैं।

In Ajmer’s Jawaharlal Nehru Hospital (JLN), the woman’s allegation – the nursing worker in a state of unconsciousness by dripping

15.06.2022
संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में एक युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल मे इलाज करवाने पहुंची युवती ने नर्सिंग कर्मी के ऊपर रेप का आरोप लगाया है।पीड़ित युवती के मुताबिक उसे ड्रिप लगाकर बेहोश करने के बाद अस्पताल में रेप किया गया। फिलहाल पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला का आरोप है कि अस्पताल पहुंचने के बाद उसे कुछ नशीला पदार्थ पिलाया गया और फिर बेहोशी की हालत में दरिंदगी को अंजाम दिया गया। अजमेर के नामी अस्पताल में महिला के साथ इस तरह की घटना सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।

Negligence of administration in the infant unit of Ajmer’s Zanana Hospital, no water for patients to drink

14.06.2022
संभाग के सबसे बड़े जनाना अस्पताल में इस भीषण गर्मी के दौरान पानी की किल्लत आम जनता को परेशान कर रही है। जनाना अस्पताल परिसर में सैकड़ों की संख्या में रोजाना मरीज के परिजन आते हैं, लेकिन उनके लिए कोई पानी की व्यवस्था नहीं है।प्याऊ विगत 2 सालों से बंद पड़ा है और अन्य मशीनें भी सालों से खराब पड़ी है। वाटर कूलर अस्पताल के अंदर लगे हैं, लेकिन उनसे पानी भरने की अनुमति नहीं है। ऐसे में सभी मरीज और उनके परिजन खरीद कर पानी पीने को मजबूर है।गरीब हो या वह अमीर हो सभी अस्पताल के बाहर 1 लीटर पानी के ₹20 दे रहे हैं. कई लोग इसके चलते घंटों तक पानी नहीं पीते. इसके कारण बीमारी का खतरा और बढ़ने लगा है।अजमेर शहर से 8 किलोमीटर दूर अजमेर संभाग का सबसे बड़ा जनाना अस्पताल है, जहां अजमेर ही नहीं भीलवाड़ा नागौर के साथ अन्य क्षेत्रों के मरीज अपने परिजनों के साथ आते हैं, गंदगी और अन्य व्यवस्थाओं से लोग जैसे-जैसे गुजर-बसर कर लेते हैं, लेकिन बिना पानी के रहना सभी के लिए मुश्किल है।प्रशासनिक लापरवाही के कारण अस्पताल में हालात बदलहाल हैं,रोजाना अस्पताल में सैकड़ों मरीज और परिजन आ रहे हैं।ऐसे में पुरुषों को अंदर जाने की अनुमति भी नहीं मिल पाती।बाहर लगी पानी की मशीन पिछले 3 साल से खराब पड़ी है और प्याऊ खंडहर बनी हुई है और कोई पानी पीने का स्थान अस्पताल परिसर में मौजूद नहीं है।वहीं, जहां मरीज के परिजन अपनी प्यास बुझा सके, ऐसे में घंटों तक प्यासे रहने के बाद मजबूरन उन्हें 20 रुपये की बोतल बाहर से खरीदनी पड़ती है। मरीज के परिजनों का कहना है कि सभी नियम और गरीब स्तर के लोग सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने आते हैं।ऐसे में वह पानी के लिए भी पैसे खर्च करने को मजबूर है। जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशासन के साथ ही सरकार को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है, जिससे की आम जनता को परेशानी से निजात मिल सके।

Case of online cheating of 2.94 lakh from female doctor by becoming CISF officer in Raipur

14.06.2022
मेडिकल जांच का झांसा देकर अपराधियों ने महिला डॉक्टर के अकाउंट से पैसा पार कर दिया। मामला रायपुर का बताया जा रहा है। जहां के पूर्व चीफ सेक्रेटरी की डॉक्टर बेटी जोकि स्किन स्पेशलिस्ट है, ठगो‌ ने 2.94 लाख की ऑनलाइन ठगी कर ली है, ठगो ने सीआईएसएफ के अधिकारी बनकर महिला डॉक्टर को फोन किया, उन्हें 15 जवानों की मेडिकल जांच कराने का झांसा दिया ऑनलाइन पेमेंट करने के बहाने उन्होंने डॉक्टर से एक एप डाउनलोड करवाया। उसके बाद खाते से पैसा पार कर दिया। मोबाइल पर ट्रांजेक्शन का मैसेज आने पर महिला डॉक्टर को ठगी का पता चला। महिला डॉक्टर ने बताया कि उनके पास 11 जून को फोन आया की सीआईएसफ के 15 जवानों का स्किन टेस्ट करवाना है,डॉक्टर ने कहा कि शाम 4:00 बजे क्लीनिक पर आ जाना और अपॉइंटमेंट तय किया। फिर एडवांस में पेमेंट का झांसा दिया। उन्होंने कहा कि वह ओपीडी में जाने से पहले ही पेमेंट करवाना चाहते हैं, ताकि वह बिल समय पर विभाग में जमा करा सकें। वह अपने पेशेवर तरीके से बात कर रहे थे कि डॉक्टर झांसे में आ गई। उसके बाद ठगो ने उनसे गूगल प्ले का नंबर मांगा। उन्होंने अपना नंबर दे दिया, उसके बाद बातों में उलझा कर पेटीएम,फिर फोन पे का नंबर मांगा, इतनी जानकारी लेने के बाद ठग ने फोन बंद कर दिया। थोड़ी देर बाद अलग-अलग किस्तों में डॉक्टर के खाते से पैसे निकलने लगे। डॉक्टर ने उनसे संपर्क किया और बताया उन्होंने अपना पैसा वापस मांगा तो ठगो ने झांसा दिया कि आर्मी पेमेंट इस तरह से होता है। पहले खाते में पैसा जमा कराना पड़ता है उसके बाद लौटाया जाता है, उनके खाते में पैसा वापस आ गया डॉक्टर इंतजार करती रही,लेकिन पैसा वापस नहीं आया उसके बाद उन्होंने तुरंत अपना खाता ब्लॉक करवाया और पुलिस में शिकायत की, साइबर सेल की टीम ठगो की तलाश कर रही है।