Two players corona positive reached Panchkula for Khelo India Youth Games

09.06.2022
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 2 प्लेयर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। दोनों प्लेयर पंजाब के बताए जा रहे हैं, वह दोनों एक दिन पहले ही पंचकूला खेलो इंडिया यूथ गेम्स में हिस्सा लेने आए थे। यह दोनों मनसा देवी मंदिर के पास बने रोड भवन में ठहरे थे। तबीयत खराब होने पर यह खुद एमडीसी सेक्टर 4 की डिस्पेंसरी पहुंचे थे। कॉमेडी जांच के लिए उनके सैंपल लिए थे, जिसमें यह पॉजिटिव पाए गए हैं। दोनों प्लेयर पॉजिटिव पाने के बाद में वापस पंजाब चले गए हैं।

Health ATM and medical room made for passengers in Bhopal closed for 2 months

09.06.2022
भोपाल रेलवे स्टेशन पर मेडिकल रूम, हेल्थ एटीएम 2 महीने से बंद हैं।इन्हें कवर चढ़ाकर पैक कर दिया गया है। यहां लगी सेनिटरी नैपकिन मशीन के स्थान पर कपड़ों का अस्थाई स्टॉल लगा दिया गया है। दरअसल बीती 31 मार्च को आउटसोर्स सुविधाएं देने वाले संगठनों से रेलवे का अनुबंध समाप्त हो चुका है, इसलिए यह सेवाएं नहीं मिल पा रही है।एग्रीमेंट प्रक्रिया लंबी होने से जल्द ही इन संस्थाओं से अनुबंध होना भी मुश्किल है। कोरोना संक्रमण काल के पहले व उसके बाद भोपाल रेलवे स्टेशन आवागमन करने वाले यात्रियों के साथ इमरजेंसी जैसे हालात बनने पर मेडिकल रूम की सुविधा थी। लेकिन दो प्राइवेट हॉस्पिटल ने यह सुविधा कुछ समय प्रदान की और उनका जैसे ही अनुबंध खत्म हुआ, उसे बंद कर दिया।मेडिकल रूम बंद होने की स्थिति में किसी यात्री की तबीयत बिगड़ने पर उसे निशातपुरा स्थित रेलवे हॉस्पिटल तक ले जाना पड़ेगा। ऐसी ही स्थिति हेल्थ एटीएम सुविधा की हैं, जिसका अब तक रिन्यूवल नहीं हुआ है। स्टेशन मैनेजर एसएल मीणा का कहना है कि इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है।

Hi-tech digital radiography X-ray machine found by Bangar Hospital in Pali, still unable to operate for patients

09.06.2022
बांगड़ अस्पताल के मरीजों को सिआर सिस्टम की मशीनों से निकलने वाली रेडिएशन से बचाने के लिए 2 महीने पहले हाईटेक डीआर सिस्टम की एक्स रे मशीन मंगवाई थी। उसके लिए मेडिकल प्रबंधन ने 25 लाख रुपए खर्च किए थे‌। लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने अभी तक मशीन के लिए कोई कमरा सुनिश्चित नहीं किया है, इसकी वजह से यह मशीन जैसे पैक हो कर आई थी वैसे ही पड़ी हुई है व धूल खा रही है। वहीं इस मशीन की बात करें तो मशीन को ऑपरेट करने के लिए केवल एक कर्मचारी की आवश्यकता होती है। इसमें ज्यादा मेन पावर की जरूरत नहीं होती। साथ ही इस मशीन से निकलने वाली रेडिएशनो का मरीजों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और वह गंभीर बीमारियों से बचता है। इस तरह की मॉडर्न टेक्नोलॉजी की मशीन के और भी कई फायदे हैं परंतु अस्पताल प्रबंधन ने अभी तक इस मशीन को चालू नहीं किया है, जिससे मरीजों व काम करने वाले कर्मचारियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

Inauguration of newly constructed 10-storey building at Indira Gandhi Institute of Cardiology (IGIC) in Patna

08.06.2022
इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आईजीआईसी) के लिए नवनिर्मित 10 मंजिले भवन में चिकित्सकीय सुविधाएं बहाल होते ही राज्य के हॉर्ट के मरीजों को आधुनिक चिकित्सा मिलने लगी। आईजीआईसी राज्य का इकलौता अस्पताल है जहां सिर्फ हॉर्ट के मरीजों का इलाज नि:शुल्क होता है। नए भवन में 254 बेड की व्यवस्था है। वैसे मरीजों को आठ जून से नए भवन में शिफ्ट किया जाना था। इस बाबत दैनिक भास्कर ने मंगलवार को बताया था कि कैथ लैब की सुविधा बहाल होते ही नए भवन में चिकित्सकीय सुविधाएं बहाल हो जाएंगी। वैसे आठ जून को इसका औपचारिक उद्‌घाटन होना है। मंगलवार को 78 मरीज नए भवन में शिफ्ट किए गए।

Dr. Ajay Dogra will be the new Chief Medical Superintendent (CMS) of Bhopal Rail Hospital

08.06.2022
भोपाल निशातपुरा स्थित रेलवे के मंडल स्तरीय हॉस्पिटल के नए चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ.अजय डोगरा होंगे। उनको डॉ.आशा चिमनिया की जगह लगाया गया है। डॉ. चिमनिया को कोटा के रेलवे हॉस्पिटल भेजा गया है। बता दें कि डॉ आशा चिमनिया का करीब 3 साल का कार्यकाल भी लगभग पूरा हो गया था। वही निशातपुरा रेलवे हॉस्पिटल में अब तक पदस्थ डॉ. राजेश कुमार बेन को उत्तर मध्य रेलवे के लिए रिलीव कर दिया गया है।

Inspection to get the Community Health Center (CHC) of Govindgarh in Chomu EQUAS certified

08.06.2022
गोविंदगढ़ कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सेवाओं को देखते हुए इसे एंक्वास सर्टिफाइड कराने के लिए तैयारियां चल रही हैं। क्योंकि लंबे समय से सीएचसी गोविंदगढ़ अच्छी सेवाएं दे रहा है। कायाकल्प में प्रमाण पत्र प्राप्त संस्था है। भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सेवाएं जारी हैं, प्रत्येक विभाग अपनी उत्कृष्ट सेवाएं दे रहा है। राज्य स्तरीय असेसमेंट परीक्षण होने के बाद अब राष्ट्रीय स्तरीय टीम द्वारा निरीक्षण एसेसमेंट किया जा रहा है। यदि सभी मापदंडों पर खरा उतरता है राष्ट्रीय टीम द्वारा एंक्वास सर्टिफाइड कर दिया जाएगा।राज्य सरकार के डॉ. जितेंद्र सोनी (एमडी एनएचएम एवं संयुक्त शासन सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) की अध्यक्षता व राज्य नोडल अधिकारी डॉ महेश सचदेवा की नेतृत्व में मंगलवार सीएमएचओ एवं डिप्टी सीएमएचओ (परिवार कल्याण) के निर्देशन में राष्ट्रीय असेसमेंट टीम से पूर्व सभी तैयारियों का जायजा डॉ प्रवीण एवं सुबेसिंह यादव ने प्रत्येक विभाग का जाकर लिया। प्रत्येक डिपार्टमेंट के कार्यों के रिकॉर्ड एवं उत्कृष्ट सेवाओं का निरीक्षण किया गया। सभी व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया गया, जिसके अंतर्गत चेक किया कि गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एवं राज्य सरकार की सर्विस प्रोटोकॉल के अनुसार सेवाएं दी जा रही है या नहीं।
निरीक्षण टीम में डॉ प्रवीण डिप्टी सीएमएचओ (परिवार कल्याण) एवं सुबेसिंह यादव (कायाकल्प एवं एंक्वास ग्रामीण नोडल) द्वारा निरीक्षण किया गया। सकारात्मक सहयोगात्मक विजिट करके ऐसे ही सर्विस आगे भी देने के लिए संस्था के कार्मिकों का मनोबल बढ़ाया, इस दौरान डॉ प्रवीण डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण, डॉ हर्षिता श्री सुबेसिंह यादव (ग्रामीण नोडल क्वालिटी व मास्टर ट्रेनर) द्वारा मीटिंग एवं ट्रेनिंग हाल में रिकॉर्ड जांच के बाद, डिजास्टर (आपदा) प्रबंधन, बेसिक लाइफ सपोर्ट, एडल्ट सीपीआर, बायो मेडिकल वेस्ट, एएनसी विजिट, एएमटीएसएल प्रबंधन, फंडल हाइट मापना, पार्टोग्राफ, रक्त व मरकरी फैलाव प्रबंधन अन्य सभी प्रमुख विषय पर प्रशिक्षण देकर अपडेट किया गया। इस दौरान चिकित्सा अधिकारी प्रभारी के नेतृत्व में राजकुमार विजयवर्गीय, डॉ मनोज, दिनेश हरिद्वारी, रेनू शर्मा, सुरेश यादव, कैलाश मीणा, सूरज सहित सभी डिपार्टमेंट इंचार्ज मौजूद थे।

In view of Yoga Day in Bhopal, camps are being set up for yoga practice.

08.06.2022
आगामी 21 जून को आयोजित होने वाले 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी शुरू हो गई है। इसको लेकर जिले में जगह जगह प्रोटोकाल में शामिल आसन व योग को लोगों को करवाया जा रहा है ताकि बड़ी संख्या में योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में लोग भाग ले सके। योग के लिए अभियान चला रही संस्थाएं इसको लेकर सचेत हो गई।योग दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में कुछ चयनित योगाभ्यास ही किए जाए है। जिसमें ग्रीवा चालन, सकंध चालन, घुटना चालन, ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, अर्थचक्रासन, पादहस्तासन, भद्रासन, वज्रासन, शशांकासन, उत्तानमंदूक आसन, वक्रासन, भुजंगासन, मकरासन, शलभासन, उत्तानपदासान, पवन मुक्तासन, सेतूबंध आसन, अर्ध हलासन, कपालभाती, अनुलोम विलोम, शीतली, भ्रामरी प्राणायाम व ध्यान का अभ्यास करवाया।

All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) Bhopal will now be modular

08.06.2022
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के अध्यक्ष डा. वायके गुप्ता ने मंगलवार को एम्स के निरीक्षण के बाद कहा है कि संस्‍थान की रसोई को माड्युलर बनाया जाएगा, जिससे यहां पर सफाई और बेहतर हो सके। वह करीब आधा घंटा तक यहां रहे। इसके बाद आपरेशन थियेटर में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने दावा किया किया कि अस्पताल के 24 ओटी में से 23 चालू हालत में हैं। एनेस्थीसिया विशेषज्ञों की कमी की वजह से सभी चल नहीं पा रहे हैं। भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। अभी नियमित फैकल्टी के पद भरे जाने के बाद यह दिक्कत दूर हो जाएगी। हकीकत यह है कि ऐनस्थीसिया में फैकल्टी के 15 में सिर्फ दो पद ही खाली हैं। अस्पताल भवन की दूसरी और तीसरी मंजिल में माड्युलर ओटी हैं। तीसरी मंजिल पर पांच ओटी चल ही नहीं रहे हैं। स्त्री एवं प्रसूति विभाग की सर्जरी इमरजेंसी ओटी में हो रही है।अध्यक्ष डा. गुप्ता ने बताया कि ट्रामा एवं इमरजेंसी और अन्य जगह उपकरणों के खराब होने पर उन्हें जल्द सुधरवाने को कहा गया है। जब तक उपकरण नहीं सुधरते उनके ऊपर लिखकर रखा जाएगा कि यह उपकरण खराब हैं। उन्होंने अस्पताल में चल रही अमृत फार्मेसी में जाकर उपलब्ध दवाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान एम्स के निदेशक डा. नितिन नागरकर भी मौजूद थे।

Bhamashah will now help Tuberculosis (TB) patients financially in Sikar

08.06.2022
केंद्र सरकार के टीबी मुक्त अभियान 2025 की अनुपालना में सीकर में जल्द ही राजस्थान निक्षय संबल योजना शुरू की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत भामाशाहों और संस्थाओं को एक साल के लिए टीबी मरीजों की यूनिट को गोद लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से अब तक हर टीबी मरीज को निक्षय पोषण योजना के तहत प्रतिमाह 500 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। अब सरकार ने इस सहायता को बढ़ाने के लिए राजस्थान निक्षय संबल योजना शुरू की है। इसके अंतर्गत कोई भी भामाशाह, स्वयंसेवी संस्था, जनप्रतिनिधि क्षय रोगियों को गोद ले सकता है। भामाशाह या समाजसेवी संस्था को प्रत्येक टीबी मरीज को प्रतिमाह 3 किलो अनाज, 3 किलो दलहन और 1 किलो खाद्य तेल उपलब्ध करवाना होगा।

Dr. Abhishek Goyal sheds light on brain tumor on World Tumor Day in Alwar

08.06.2022
ट्यूमर पर रोशनी डालते हुए डॉ. अभिषेक गोयल ने कहा कि कुछ समय पहले तक लाइलाज मानी जाने वाली यह बीमारी समय रहते इलाज से ठीक हाे रही है। लाेगाें में जागरुकता लाने के लिए ही यह दिवस मनाया जाता है। विश्व में एक लाख आबादी में 6 से 7 लाेगाें में ब्रेन ट्यूमर की बीमारी हाेती है। भारत में हर साल 25 हजार से अधिक नए ब्रेन ट्यूमर के मामले सामने आते हैं।दिमाग की गांठ काे लाेग कैंसर मान लेते है लेकिन ज्यादातर ट्यूमर बिना कैंसर वाले हाेते हैं। इलाज में लापरवाही के कारण माैताें में ब्रेन ट्यूमर एक बड़ा कारण है। लेकिन समय पर पता लग जाए ताे बीमारी लाइलाज नहीं है। यह बीमारी किसी भी उम्र में हाे सकती है। यह गांठ छाेटे मस्तिष्क में हाेती है। यह गांठ दिमाग की झिल्ली, तंत्रिका तंतु व शरीर अन्य हिस्सों से भी दिमाग में पहुंच सकती है। डाॅॅॅ. गोयल ने कहा कि ब्रेन ट्यूमर का पता सीटी स्कैन एवं एमआरआई से लगता है। ब्रेन ट्यूमर ग्रेड-1, ग्रेड-2, ग्रेड-3 और ग्रेड-4 तरह का हाेता है। ग्रेड-1 में रेडियाे और कीमाेथैरेपी की जरूरत नहीं पड़ती। ग्रेड -2,3 और-4 में रेडियाे और कीमाे की जरूतर पड़ती है। इस बीमारी के इलाज का पहला पार्ट सर्जरी है। इसमें पूरे ट्यूमर को या उसके कुछ भाग को ब्रेन से निकाल दिया जाता है।सर्जरी के दौरान संक्रमण और ब्लीडिंग जैसे खतरे भी होते हैं। अब माइक्रो एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी के जरिए सर्जरी को आसान और बेहतर बना दिया है। दूसरा कीमोथैरेपी से ब्रेन ट्यूमर का इलाज किया जाता है। इसके अलावा रेडिएशन थैरेपी में ट्यूमर की कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए हाई एनर्जी बीम जैसे एक्स-रे या प्रोटॉन्स का उपयोग किया जाता है।