A middle-aged, 7-year-old girl molested in the women’s washroom of Sawai Mansingh Hospital (SMS), Jaipur.
18.06.2022
राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल में सात साल की मासूम के साथ अधेड़ ने छेड़छाड़ कर दी।आरोपी बच्ची के पीछे-पीछे अस्पताल की वॉशरूम में घुस गया।जानकारी के अनुसार छेड़छाड़ का मामला गुरुवार का है। धौलपुर का रहने वाला परिवार एसएमएस अस्पताल आया था। उनके साथ उनकी सात साल की बच्ची भी थी। अस्पताल में बच्ची के नाना को आर्टिफिशियल पैर लगाया जाना था। बच्ची के पिता उसके नाना को डॉक्टर को दिखाने के लिए उनके कैबिन में ले गए थे। बच्ची अपनी मां और भतीजे के साथ बैठी हुई थी। इस दौरान बच्ची और भतीजा दोनों वॉशरूम चले गए।मासूम जैसे ही महिला वॉशरूम में घुसने लगी तो एक अधेड़ व्यक्ति भी अंदर चला गया और उसे पकड़ लिया। बच्ची के जोर से चिल्लाने की आवाज सुनकर महिलाएं उस ओर भागी। यह देखकर आरोपी उसे छोड़कर फरार हो गया। इसके बाद मासूम अपनी मां के पास पहुंची और घटना के बारे में बताया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अस्पताल सहित आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालने रही है।
Medical student of Raipur, studying in Medical College, Karad, Maharashtra committed suicide by hanging
18.06.2022
महाराष्ट्र कराड स्थित मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे रायपुर के मेडिकल छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। दो दिनों तक युवक ने किसी का फोन नहीं रिसीव किया तब परिजनों को शक हुआ है। उन्होंने युवक के दोस्तों और मकान मालिक से संपर्क किया। जब दरवाजा तोड़कर भीतर गए तो युवक फंदे पर लटका हुआ था। महाराष्ट्र पुलिस ने कमरे से एक सुसाइड नोट जब्त किया है। उसमें कुछ दिनों से परेशान रहने की बात लिखी है। युवक शहर के चर्चित डॉक्टर दंपत्ति का बेटा था।पुलिस ने बताया कि न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. राजेश जैन और डॉ. विनीता जैन का बेटा अरिहंत जैन उर्फ मनु महाराष्ट्र में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। वह इस साल चौथे वर्ष में था। उसने आखिरी बार 15 जून को दोपहर परिजनों से बातचीत किया था। दूसरे दिन उसकी छोटी बहन का जन्मदिन था, लेकिन उसने सुबह फोन नहीं किया। बहन ने खुद ही भाई को फोन किया। अरिहंत ने फोन नहीं उठाया।उसके बाद परिजनों ने दोपहर में फोन किया। इस समय भी युवक ने फोन रिसीव नहीं किया। फिर रात में फोन किया। इस बार जब फोन नहीं उठाया तब परिजनों को शंका हुई। उन्होंने उसके दोस्तों से संपर्क किया और दोस्त को घर भेजा गया। दोस्त ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन भीतर से कोई रिस्पांस नहीं मिला। तब मकान मालिक फिर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस दरवाजा तोड़कर भीतर गए। अरिहंत कमरे में फंदे में लटका हुआ था।
Mentally unstable woman drops twins at Civil Hospital in Surat
18.06.2022
सूरत के एक अस्पताल में जुड़वां नवजात शिशुओं को लावारिस पाये गये हैं। डॉक्टरों ने कहा कि उनकी मां मानसिक रूप से अस्थिर लग रही थीं और वह अकेले ही अस्पताल पहुंचीं थी। फिलहाल दोनों बच्चों का इलाज एनआईसीयू वार्ड में चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ थी। उसने बुधवार देर रात सूरत सिविल अस्पताल में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया।सूरत सिविल अस्पताल में बुधवार की देर रात जुड़वा बच्चों को जन्म देने वाली महिला के शुक्रवार की सुबह स्त्री रोग वार्ड में पहुंचने पर पुलिस और डॉक्टरों को राहत मिली।मामले की जांच पीएसआई एमएन परमार द्वारा खटोदरा थाने में की जा रही है। परमार ने कहा कि जब पुलिस को घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने उस महिला (35) के पते की जांच की, जिसने अदजान, हरिचंपा वाडी के पास अपने जुड़वां बच्चों को छोड़ दिया था।लेकिन उसका कोई सुराग वहां नहीं मिला। इस बीच, महिला शुक्रवार को पुलिस को स्त्री रोग वार्ड में मिली।उसने कहा कि वह बच्चों को सिविल अस्पताल में छोड़कर नहाने के लिए घर चली गई थी। लेकिन जब उसने गली में एक सार्वजनिक शौचालय देखा तो वह वहां नहाने चली गई और बाद में पास की एक दुकान के बरामदे में सो गई और बच्चों को याद करते हुए सुबह सिविल अस्पताल लौट आई।डॉक्टरों ने बताया कि महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है। फिलहाल दोनों बच्चों का इलाज एनआईसीयू वार्ड में चल रहा है।
Corona infection increasing in Patna, 40 new patients found
18.06.2022
पटना में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को राज्य के विभिन्न जिलों में करीब चार महीने बाद कोरोना के 72 नए मरीज मिले हैं जबकि पटना में 115 दिन बाद कोरोना के 40 नए मरीज मिले हैं। सबसे अधिक मरीज पटना में ही मिले हैं। इसके पहले 19 फरवरी को राज्य में कोरोना के 71 मरीज मिले थे जबकि छह फरवरी को पटना में 45 मरीज मिले थे। इस वर्ष पहली बार शुक्रवारस को राज्य और पटना में कोरोना के इतने मरीज मिले हैं।राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 234 जबकि पटना में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 149 हो गई है। शुक्रवार को आरटी-पीसीआर और ट्रू-नेट से 60,011 सैंपल की जांच की गई जबकि रैपिड एंटीजन से 87,589 सैंपल की जांच की गई। सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह के मुताबिक संक्रमित मरीज घर में ही स्वस्थ हो रहे हैं। कोरोना संक्रमित सिर्फ दो मरीज का इलाज पटना एम्स में चल रहा है। एक मरीज ब्रेन स्ट्रोक लेकर इलाज के लिए गया था। जांच होने पर वह कोरोना संक्रमित निकला है।शुक्रवार को जो मरीज मिले हैं। उसमें दो लोगों का ट्रैवल हिस्ट्री है। एक संक्रमित कोलकाता से आया है तो दूसरा बनारस से। बनारस से आने वाला मरीज राजीवनगर का रहने वाला है। राज्य में एक दिन में इतने मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।
Members of All India Mobile Retailer Association (Emra) organized a blood donation camp on the first death anniversary of their beloved leader Bhavesh Solanki in Jaipur.
18.06.2022
ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन (एमरा )के सदस्यों ने अपने प्रिय लीडर भावेश सोलंकी की प्रथम पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर लगाया। जिसमें बहुत से रक्तवीरों ने हिस्सा लिया। मौके पर जिले के मोबाइल दुकानदार कंपनी के अधिकारी ब्रांड के डिस्ट्रीब्यूटर उनके इंप्लाइज फाइनेंस कंपनियां सभी लोगों ने बढ़-चढ़कर रक्तदान शिविर में हिस्सा लिया। सुबह 9:30 बजे से ही लोग शिविर की तैयारियों में लगते दिखाई दिए मोबाइल व्यापारियों में गजब का उत्साह देखने को मिला ।सभी मोबाइल व्यापारी हर साल इसी दिन 17 जून को महा रक्तदान कर स्वर्गीय भावेश सोलंकी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। शिविर का शुभारंभ एमएलसी अशोक कुमार अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर के आरम्भ किया। जयपुर में 584 यूनिट और अजमेर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर सहित पूरे प्रदेश से करीब 2052 यूनिट ब्लड एकत्र किया गया। इस दौरान कैलाश लखियानी, अरविंदर सिंह, विभूति प्रसाद ,दीपक शर्मा आदि मौजूद रहे।
Located at Lilsar Gram Panchayat Headquarters, Barmer, 150 to 200 OPDs daily in Primary Health Center (PHC), need to be upgraded to Community Health Center (CHC).
18.06.2022
ग्राम पंचायत मुख्यालय पर अब पीएचसी को सीएचसी में क्रमोन्नत करने की जरूरत है। आसपास के कई गांवों के लोगों की स्वास्थ्य सेवा महज इस एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के भरोसे हैं। लीलसर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत करने की मांग लंबे समय से की जा रही है।पीएचसी के क्रमोन्नत नहीं होने से लोगों को उपचार के लिए 30 से 50 किलोमीटर का सफर तय कर चौहटन, धोरीमन्ना व बाड़मेर पहुंचना पड़ता है। दूर दराज के चिकित्सा केंद्रों पर पहुंचने के लिए लोगों को साधन भी नहीं मिल पाते हैं। वहीं खस्ताहाल सड़कों पर सफर करने में भी दिक्कतें झेलनी पड़ती है। कई वर्षों की मांग के बावजूद सरकार की ओर से पीएचसी को क्रमोन्नत नहीं करने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों में रोष है।दरअसल, चौहटन विधानसभा क्षेत्र की बड़ी ग्राम पंचायतों में से लीलसर एक है। लीलसर गांव की आबादी भी करीब 10 हजार से अधिक है। 90 के दशक में सरकार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत कर चिकित्सक समेत अन्य कार्मिकों के पद स्वीकृत किए थे। इसके बाद यहां चिकित्सा सुविधाओं में कोई विस्तार नहीं किया गया। जबकि, पिछले 30 वर्षों में आबादी काफी बढ़ गई। ऐसे में उपचार को लेकर हर दिन मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है।यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से दर्जनों गांवों के लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। लीलसर पीएचसी से पंवारिया, मुकने का तला, इसरोल, बाछडाऊ ग्राम पंचायतों समेत दर्जनों राजस्व गांव जुड़े हुए हैं। ऐसे में इन गांवों की हजारों की आबादी चिकित्सा सुविधाओं से महरूम है।लीलसर पीएचसी में रोजाना सैकड़ों मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। पीएचसी में सामान्य दिनों में उपचार के लिए रोजाना 150 से 200 मरीज पहुंचते हैं। मौसमी बीमारियों के प्रकोप पर यह आंकड़ा 300 तक पहुंच जाता है। ऐसे में पीएचसी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत करने की जरूरत महसूस की जा रही है। क्षेत्र में नजदीक में कोई बेहतर चिकित्सा सुविधा नहीं है। ऐसे में मरीजों को निजी चिकित्सालयों में मुंह मांगे दाम चुकाकर उपचार करवाना पड़ता है।
11 new doctors and 40 MNM deployed in Jaisalmer, medical service will improve
18.06.2022
जैसलमेर जिले में 11 एमबीबीएस डॉक्टर हैं। वहीं, राज्य सरकार द्वारा 40 एएनएम भी स्थापित की गई हैं। पिछले अप्रैल में जिले में 18 रिक्त पदों पर आपात आधार पर भर्ती की गई थी। इनमें से 16 का चयन किया गया। 16 एमबीबीएस डॉक्टरों में से 11 ने ज्वाइन कर लिया है और उन्हें पोस्टिंग दी गई है।जवाहर अस्पताल, पोकरण में 3 उप जिला अस्पताल, पीएचसी खिन्या, चिन्नू, भाखरानी, घुइयाला और सीएचसी भनियाना और फालसुंड में नए एमबीबीएस डॉक्टर नियुक्त किए गए हैं। जिससे जवाहर अस्पताल के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था में काफी सुधार होगा। वहीं अभी तक 40 एएनएम ने ज्वाइन नहीं किया है। रिक्तियों के अनुसार जिले के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में भी 40 एएनएम की तैनाती की जाएगी।जैसलमेर जिले में कुल 377 एएनएम पद स्वीकृत हैं। इनमें से 261 रिक्तियां भरी गई हैं। वहीं 116 पद रिक्त हैं। कई मेडिकल संस्थानों में एएनएम के रिक्त पदों के कारण एएनएम की सुविधा भी नहीं है। जिससे ग्रामीणों को छोटी-बड़ी बीमारियों के लिए नजदीकी सीएचसी व पीएचसी जाना पड़ता है। अब जैसलमेर जिले को राज्य सरकार की ओर से 40 एएनएम दी गई हैं. इससे ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को काफी राहत मिलेगी। 40 एएनएम ज्वाइन करने के बाद भी 76 सीटें खाली रहेंगी।जैसलमेर जिले में कई वर्षों से डॉक्टरों की कमी है। वर्तमान में चिकित्सा विभाग यूटीबी के माध्यम से 11 डॉक्टरों को नियुक्त करता है। वहीं 40 एएनएम राज्य सरकार से मिल चुकी हैं. ऐसे में चिकित्सा संस्थानों में एमबीबीएस डॉक्टरों के जो रिक्त पद थे, उन्हें अब भर दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में सीएचसी और पीएचसी में डॉक्टरों से मिलने से चिकित्सा व्यवस्था में काफी सुधार होगा।
Corona blast in Ajmer, there was a stir in the medical department after getting 11 patients
18.06.2022
जिले में कोरोना ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। शहर में एक ही दिन में एक साथ आए 11 पॉजिटिव केस ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अजमेर में कोरोना संक्रमण की एक बार फिर आहट बढ़ गई है। अजमेर जिले में 11 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। सप्ताह में पहले जहां एक-एक पॉजिटिव केस आ रहे थे वहीं, अचानक एक ही दिन में पॉजिटिव केस की संख्या बढ़ने के साथ विभाग व प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।विभाग ने कहा कि कोरोना गाइड लाइन को लेकर आमजन की ओर से लापरवाही बरती जा रही है। कोरोना रोगी सामने आने के बाद अजमेर जिले में चिकित्सा टीमें क्षेत्र की स्कैनिंग में जुट गई हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अन्य जिलों की बात करें तो अलवर में 14, जयपुर में 29, चुरू में 6 और बीकानेर में 4 पॉजिटिव के सामने आए हैं। कोरोना संक्रमण पर नजर डाले तो संक्रमण की संख्या बढ़ती नजर आ रही है। सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील कर कहा है कि मास्क लगाएं। संक्रमण से बचने का यह आसान तरीका है।
After 3 months in Bhopal, the number of active corona patients crosses 100
17.06.2022
कोरोना मरीजों की संख्या में जारी इजाफे का असर यह हुआ है कि राजधानी में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 105 पर पहुंच गई है। तीन महीने बाद एक्टिव मरीजों की संख्या 100 के पार हुई है। यही नहीं प्रदेश में एक्टिव मरीज 400 हो गए हैं।
इससे पहले 9 मार्च को भोपाल में एक्टिव मरीजों की संख्या 108 थी, जबकि 16 मार्च को प्रदेश में कुल 420 एक्टिव मरीज थे। राहत की बात यह है कि वर्तमान में शहर में जो कोरोना मरीज हैं, उनमें से महज 4 मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती किया गया है। बाकी 101 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखकर इलाज किया जा रहा है।गुरुवार को शहर में 20 तो प्रदेश में 60 नए मरीज सामने आए हैं। चिंता की बात यह है कि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या नए मरीजों के मुकाबले कम ही है। गुरुवार को प्रदेश में महज 53 मरीज ही ठीक हुए हैं। राजधानी में सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। 18 नए मरीजों के साथ इंदौर दूसरे नंबर पर रहा। इसके अलावा ग्वालियर, जबलपुर और रायसेन में पांच-पांच नए मरीज मिले हैं। डिंडौरी और नरसिंहपुर में दो-दो मरीज मिले।प्रदेश में संक्रमण दर महज 0.8 प्रतिशत- राहत की बात यह है कि प्रदेश में कोरोना की संक्रमण दर महज 0.8 प्रतिशत रही। गुरुवार को प्रदेश में कुल 7164 संदिग्ध मरीजों के कोरोना सैंपल लिए गए। इनमें से 42 सैंपल रिजेक्ट हुए और 7104 सैंपल की जांच की गई। इनमें से 60 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।