Rajat Mund, a 19-year-old MBBS student from Rajasthan commits suicide by jumping from the sixth building of AIIMS Rishikesh under stress

उत्तराखंड (Uttarakhand) के ऋषिकेश अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष में पढ़ने वाले छात्र के आत्महत्या का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि छात्र ने संस्थान के कॉलेज ब्लॉक की छठी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. पुलिस के मुताबिक युवक कुछ समय से डिप्रेशन में था और वह राजस्थान का रहने वाला था. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि रजत के सुसाइड के बारे में उसके घर के लोगों को जानकारी दे दी गई है और पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को मोर्चरी में रखा गया है. घर वालों से अगर कोई शिकायत मिलेगी तो इस पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। रजत मुंड राजस्थान जिले के श्रीगंगानगर स्थित महियंवाली गांव का रहने वाला था व एम्स ऋषिकेश मे एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र था और शनिवार को उसका प्रैक्टिकल होना था, लेकिन वह प्रैक्टिकल देने नहीं गया. पुलिस का कहना है कि रजत ने एम्स कॉलेज ब्लॉक की छठी मंजिल से छलांग लगा दी और वह फर्श पर गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गया. वहां पर मौजूद सुरक्षाकर्मी तुरंत उसे एम्स के इमरजेंसी रूम में ले गए और जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.एम्स (AIIMS) प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक रजत का डिप्रेशन का इलाज चल रहा था और आशंका जताई जा रही है कि तनाव के चलते उसने आत्महत्या का कदम उठाया है. पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी नहीं मिला

National Medical Commission (NMC) has issued guidelines, doctors will have to collect likes and followers on social media

04.06.2022
अब मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया पर लाइक व फॉलोअर्स जुटाना डॉक्टरों के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि एनएमसी में इसके लिए हाल ही में कुछ दिशा निर्देश दिए हैं जिसमें सोशल मीडिया पर डॉक्टरों की गतिविधियों को नियंत्रण करने के सख्त प्रावधान रखे हैं। इसमें कहा गया है कि कोई भी डॉक्टर सोशल मीडिया साइट या किसी ऐप पर अपनी रेटिंग्स बढ़ाने के लिए पैसों का भुगतान करता है, तो उनका लाइसेंस निरस्त हो सकता है। डॉक्टरों में ऊपर आने की होड़ और सोशल मीडिया पर सबसे ऊपर रेटिंग्स से ही उनकी फीस में इजाफा होता है और वह मरीज से मुंह मांगी फीस वसूलते हैं, जिस कारण आम जनता को परेशान होना पड़ता है।

Medical Minister Parsadi Lal Meena issued orders, doctors working in all areas of the state must be in uniform

04.06.2022
चिकित्सा मंत्री ने नए आदेश जारी करते हुए कहा है कि 2 बार से ज्यादा जो भी चिकित्सा कर्मी यूनिफॉर्म में नहीं मिलेगा उसे समय बंद पदोन्नति एवं संविदा कर्मियों को 1 माह की सर्विस वृद्धि नहीं दी जाएगी। यह आदेश राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य, संयुक्त निदेशक एवं सीएमएचओ को जारी किए गए हैं। चिकित्सा मंत्री ने आदेश का कारण बता कहा गया कि यूनिफॉर्म नहीं पहनने से मरीज और उनके परिजन चिकित्सकों को पहचान नहीं पाते इस कारण कई बार उन में हाथापाई की नौबत आ जाती है, जिससे अस्पतालों का माहौल खराब हो जाता है। इस तरह कि प्रवृत्तियों पर रोक लगाने के लिए यह आदेश जारी किए गए हैं।

Kidney transplant racket busted in South Delhi, OT technician Kuldeep Ray Vishwakarma used to do kidney transplant

04.06.2022
दिल्ली पुलिस ने हौज खास इलाके में एक किडनी रैकेट गिरोह का भंडाफोड़ किया है और शहर के विभिन्न हिस्सों से कम से कम 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों में एक ओटी टेक्निशियन व एक हेल्पर है।
26 मई को, पुलिस को एक अवैध किडनी प्रत्यारोपण रैकेट के बारे में गुप्त सूचना मिली, जिसने गरीब लोगों को निशाना बनाया और उन्हें अपनी किडनी बेचने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इसे और भी ऊंचे दामों पर बेच दिया।इसकी सूचना पर टीम गठित कर हौज खास इलाके में जाल बिछाया गया।

9 Nursing staff of Civil Hospital of Surat got success in AIIMS (All India Medical Science) examination

04.06.2022
सूरत के सिविल अस्पताल में 9 नर्सिंग स्टाफ ने ऑल इंडिया मेडिकल साइसेंस (एम्स) की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। इसमें 6 युवतियां और 3 युवक हैं। इस परीक्षा में देशभर से लाखों युवक-युवतियों ने भाग लिया था। परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल, विधायक संगीता पाटिल और स्थायी समिति के चेयरमैन ने शुभेच्छा दी।इस मौके पर सीआर पाटिल ने कहा कि अंबाजी से उमरगाम तक आदिवासी क्षेत्रों में 50 से ज्यादा नर्सिंग कॉलेज, 360 से ज्यादा नर्सिंग इंस्टीट्यूट हैं। इससे युवक-युवतियों में मेडिकल में पढ़ाई की रुचि बढ़ी है। इस साल राज्य के 25 से अधिक नर्सिंग स्टाफ ने एम्स की परीक्षा पास की है।सूरत के नर्सिंग स्टाफ राजकोट, नागपुर, आंद्र प्रदेश और भोपाल जैसे शहरों में काम कर रहे हैं। इस अवसर पर गुजरात नर्सिंग काउंसिल के उपप्रमुख इकबाल कड़ीवाला, सिविल अस्पताल के आरएमओ केतन नायक और नर्सिंग एसोसिएशन के किरण दमडिया ने बधाई दी।

Civil surgeons are reluctant to give joining even after restoring the jobs of 1045 health workers who did excellent work during the Corona period in Kaithal, Chandigarh City.

04.06.2022
एनएचएम के एमडी ने सभी सिविल सर्जन को आदेश जारी कर हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत 21 दिसंबर तक के लिए 1045 स्वास्थ्य कर्मियों को तुरंत प्रभाव से नौकरी जॉइनिंग कराने के आदेश जारी किए थे, इतना ही नहीं कर्मचारियों को वेतन देने के लिए 24 करोड़ का बजट भी जारी किया था। परंतु अभी भी सिविल सर्जन द्वारा स्वास्थ्यकर्मियों की जॉइनिंग नहीं करवाई जा रही, सर्जन के इस फैसले से कोविड स्टाफ ही नहीं बल्कि इस निर्णय का खामियाजा आमजन को भी भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल में कोविड-19 की सैंपलिंग आरटीपीसीआर व टेस्टिंग का कार्य पूर्ण रूप से बंद है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग, प्रशासन व सरकार जनता की परेशानियों के प्रति कितनी गंभीर है। नींद में सोई सरकार व विभागीय अधिकारियों को जगाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों ने नारेबाजी की वह जल्द से जल्द नौकरी ज्वाइन करवाई जाने के पक्ष में अपनी बात रखी।

The case of Vishunpura village of Patna, husband killed his wife for not agreeing to abortion

04.06.2022
विशुनपुरा गांव में रात में सो रही पत्नी को पति ने चाकुओं से गोदकर मार डाला। पत्नी के अबॉर्शन नहीं कराने की वजह से था नाराज। मृत महिला मंडोरा थाना क्षेत्र के नरहरपुर सदा राय के टोला निवासी मुमताज अंसारी की पत्नी साजिया खातून है। इनकी शादी 4 वर्ष पूर्व में हुई थी। दोनों काफी दिनों से अलग रहते थे। साजिया अपने मामा के घर रहती थी। 2 दिन पूर्व ही आरोपी मुमताज अंसारी साजिया के मामा के घर पर पहुंचा था व साजिया को अपने साथ वापस ले जाने की बात कहकर आया था, वो साजिया का अबॉर्शन करवाना चाहता था। परंतु साजिया को अबॉर्शन नहीं कराना था। इस बात से नाराज होकर उसका रात को जैसे ही मौका लगा उसने साजिया पर चाकुओं से वार कर दिया। जिससे साजिया की मृत्यु हो गई, साजिया के मामा ने पुलिस बुलाकर मुमताज अंसारी को पुलिस के हवाले कर दिया।

During the final year examination of MBBS in Aryabhatta Knowledge University, Patna, the student got the question paper and mobile.

04.06.2022
एकेयू की ओर से एमबीबीएस फाइनल ईयर छात्रों के लिए आयोजित परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले एमबीबीएस छात्रों को केंद्र में प्रवेश दिया जा रहा था उसी दौरान एक संगीन छात्र को कॉलेज प्रशासन ने पकड़ा, छात्र के पास मौजूद बैग में परीक्षा का प्रश्न पत्र मिला उसी के हिसाब से उसके पास पर्चियां और 5 मोबाइल मिले, छात्र का नाम मुकेश बताया जा रहा है जो कि वैशाली जिले का रहने वाला है। परीक्षा नियंत्रक डॉ राजीव रंजन ने बताया कि मामले में आला अधिकारियों को अवगत कराया है की परीक्षा से पहले ही परीक्षार्थी के पास प्रश्नपत्र मौजूद होना, यह एक बहुत बड़ी निंदनीय घटना है।

In Patna, the General Administration Department issued a notification, a major reshuffle made in the department of many top officials, Senthil was given the command of the Secretary of the Health Department.

04.06.2022
ग्रह विभाग में सचिव के रूप में तैनात के सेंथिल कुमार को स्थानांतरित करते हुए स्वास्थ्य विभाग का सचिव बनाया गया है। देर रात सामान्य प्रशासन विभाग ने इस आशय की अधिसूचना जारी की

Change in free IPD OPD schemes running in government hospitals of Rajasthan by Chief Minister of Rajasthan Ashok Gehlot

04.06.2022
मुख्यमंत्री ने राजस्थान में सभी सरकारी अस्पतालों में आईपीडी एवं ओपीडी मरीजों के लिए निःशुल्क उपचार व निःशुल्क एमआरआई, एक्स-रे तथा सीटी स्केन की सुविधाएं शुरू करवाई थी, जिसका नाम मुख्यमंत्री निशुल्क आईपीडी-ओपीडी योजना रखा गया था। इस योजना में फेरबदल करते हुए गाइडलाइन जारी की गई है, जिसके अंतर्गत सभी मरीजों के लिए जन आधार कार्ड अनिवार्य किया जाएगा ,इसमें दो नए प्रावधान जोड़े गए है,नई गाइड लाइन के तहत यदि किसी मरीज का ओपीडी के माध्यम से भर्ती पर 10 हजार रुपए प्रति माह की दवा की जरूरत है तो संबंधित विभाग के अध्यक्ष (एचओडी) द्वारा उसकी दवा की प्रस्तावना की जाएगी। एचओडी की अनुशंसा पर वह दवा मिलेगी। यदि किसी मरीज की दवा का मूल्य 1 लाख रुपए से अधिक प्रति माह है तो उसके लिए स्वीकृति का प्रकरण एसएमएस मेडिकल कालेज स्तर पर गठित कमेटी के पास अनुशंसा के लिए भेजा जाएगा।कमेटी की अनुशंसा पर ही भर्ती मरीज के लिए दवाएं लिखी जाएंगी। योजना में ओपीडी-आईपीडी सभी मरीजों के लिए जन आधार कार्ड जरूरी रखा गया है, ऐसा नहीं होने पर उसे तुरंत जन आधार के आवेदन पर कुछ शिथिलता दी जा सकेगी।