Prices of many important medicines used in the treatment of diabetes, heart and kidneys in the country will be controlled, the central government is going to fix their margins.

09.07.2022

देश में डायबिटीज, दिल व गुर्दे के इलाज में काम आने वाली कई महत्वपूर्ण दवाइयां सस्ती हो सकती हैं। केंद्र सरकार ने इन दवाओं की कीमतों में कटौती के लिए ट्रेड मार्जिन को फिक्स करने की तैयारी कर ली है। वहीं दूसरी तरफ मधुमेह रोधी दवाइयां बनाने में प्रयोग होने वाले मॉलिक्यूल सिटाग्लिप्टिन का पेंटट इसी महीने हो रहा खत्म हो रहा है।पेटेंट खत्म होने से भारत में 50 कंपनियों की ओर से डायबिटीज की मेडिसिन के 200 नए ब्रांड लॉन्च होने की उम्मीद है, जिससे मधुमेह की दवाएं 50% से 70% तक सस्ती हो जाएंगी। सिटाग्लिप्टिन को मर्क एंड कंपनी ने तैयार किया था। पेटेंट खत्म होते ही भारतीय बाजार में बड़े पैमाने पर इसका जेनरेकि संस्करण उतारने की योजना है। सिटाग्लिप्टिन ब्रांड की एक गोली अभी 38 से 42 रुपए में मिलती है, जिसके जेनरिक मेडिसिन की कीमत 10 रुपए के करीब रहने की उम्मीद है।डायबिटीज की दवाई बनाने में काम आने वाला प्रमुख मॉलिक्यूल सिटाग्लिप्टिन का पेंटट इसी महीने हो रहा खत्मपेंटट खत्म होने से बड़े पैमाने पर जेनरिक मेडिसिन लॉन्च होंगे
करोड़ से अधिक का भारत में मधुमेह-रोधी दवाइयों का बाजार,
200कंपनियां देश में बनाती हैं डायबिटीज की दवाई

क्या होता है ट्रेड मार्जिन: ट्रेड मार्जिन मैन्युफैक्चरर्स की ओर से तय थोक बिक्री मूल्य और ग्राहकों को मिलने वाले अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) के बीच का अंतर होता है।

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