प्रीपीजी 2019 : सेवारत चिकित्सकों के पक्ष में बड़ा कदम

हर वर्ष सेवारत चिकित्सकों के कोटे से पीजी में प्रवेश हेतु उनकी सेवा सत्यापित करवाई जाती है, इस बार इसे थोड़ा जल्दी करवाया जा रहा है |
सेवा सत्यापन हेतु निर्धारित फोर्मेट में सेवा अवधि की गणना करते हुए इसे सम्बंधित अधिकारी (CMHO/PMO) से VERIFIED करवाकर अडिशनल डायरेक्टर गेजेटेड को दो मूल कॉपी में जमा करवाना होता है तथा तीसरी प्रति पर रिसीव दी जाती है ताकी अभ्यर्थियों के पास प्रमाण रहे, कई अधिकारीयों द्वारा वेरिफाइड के बजाय फॉरवर्ड किये जाने के कारण दुबारा से जमा करवाने के आदेश जारी किये हैं, कुछ जिलों में सेवारत चिकित्सकों के आवेदनों पर अधिकारीयों द्वारा सेवा सत्यापित करने में आनाकानी की शिकायतें आने पर 22 जनवरी की वीसी में मिशन निदेशक एनएचएम एवं निदेशक जन-स्वास्थ्य द्वारा स्पष्ठ निर्देशित किया गया कि किसी भी सेवारत चिकित्सक के कैरियर प्रोग्रेशन में आड़े ना आयें, चूँकि नए चिकित्सकों की प्राथमिकता पीजी करना है और यह उनका हक़ है, इसमें सभी अधिकारी इसमें सहयोग करें | इसके बाद अंतिम तिथि को भी बढ़ा दिया गया तथा साथ ही हड़ताल अवधि की EOL अवकाश को भी पीजी सेवा अवधि में सम्मिलित करने का संशोधित आदेश जारी कर दिए गए हैं, जिससे चिकित्सक राहत में आये हैं, 24 जनवरी 2019 सेवारत आवेदन जमा करवाने की अंतिम डेडलाइन है सो सभी सेवारत चिकित्सक इस सीमा में ही अपना आवेदन जमा करवाना सुनिश्चित कर लें |

हड़ताल अवधि की छुट्टियाँ होंगीं सेवारत कोटे के कार्यकाल में सम्मिलित –

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