After the death of the maternity at NMCH (Nalanda Medical College and Hospital), Patna City, the relatives misbehaved with the doctors.

02.06.2022
अस्पताल में प्रसूता की मौत होने के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाकर मौजूदा डॉक्टरों के साथ धक्का-मुक्की व गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। इससे डॉक्टर भी आक्रोशित हुए। एनएमसीएच जेडीए के अध्यक्ष डॉ राहुल राज, डॉ सत्येंद्र कुमार व डॉ अमित राज ने कहा कि अस्पताल में इस तरह की घटना आए दिन होती रहती है,मरीजों के परिजन डॉक्टरों से कभी भी उलझ जाते हैं, उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से मिलकर गायनी लेबर इमरजेंसी व अन्य विभागों की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने व परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की।

In Patna, the officials of State Organ Tissue Transplant made people aware, tell the benefits of donating the organs of a dead person or a brain dead patient.

02.06.2022
पटना में आम लोगों को जागरूक करते हुए अंगदान कैसे होता है, क्यों होता है, यह किस उम्र में किया जा सकता है, इन सब के बारे में जानकारी देते हुए स्टेट ऑर्गन टिश्यू ट्रांसप्लांट के चेयरमैन डॉक्टर मनीष मंडल व नोडल अधिकारी डॉक्टर मनोज कुमार ने बताया कि अंगदान से हम किसी को जीवन प्रदान कर सकते हैं। अंगदान करने से किसीका कोई नुकसान नहीं होता, इन अंगों को बर्बाद(अंतिम संस्कार के दौरान जला देने से) इसका क्या फायदा? जबकि इससे किसी मरीज की जान बचाई जा सकती है। इसके लिए कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से ऑनलाइन   www.organindia.org   पर या ऑफलाइन फॉर्म 7 भर सकता है।

Apex Hospital Jaipur saved the life of a young patient by using the technique of EXMO (Extracorporeal Membrane Oxygenation)

02.06.2022
जयपुर। पल्मनोलॉजिस्ट डॉक्टर विजयंत सोलंकी और क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉक्टर अमित मेहता के संयुक्त निर्देशन में डॉक्टरों ने एक्मो (एक्स्ट्रा कॉरपोरियल मेमरेन ऑक्सिजनेशन) तकनीक का इस्तेमाल कर एक नव युवा को मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया है, नव युवा की एक्सीडेंट के दौरान सभी पसलियां टूट चुकी थी। फेफड़ों समेत कई अन्य ऑर्गन भी डैमेज हो चुके थे। कई अस्पतालों में सफलता नहीं मिलने के बाद में मरीज के परिजन उसे जयपुर मालवीय नगर स्थित अपेक्स हॉस्पिटल लेकर आए, जहां उसे एक्मो तकनीक पर ट्रांसफर किया गया ,जिससे उसकी हालत में सकारात्मक परिवर्तन आए एवं फेफड़ों ने भी काम करना शुरू कर दिया, 1 महीने के निरंतर प्रयास के बाद में अब मरीज की हालत में काफी सुधार नजर आ रहा है और वह ठीक महसूस कर रहा है।

Family Welfare and Health Minister Dr. Mandsukh Laxmanbhai Mandavio congratulated the students who succeeded in NEET PG by tweeting.

02.06.2022
मेडिकल में सरकारी कॉलेज पाना सभी का ही सपना होता है, क्योंकि इसमें ना केवल फीस कम होती है बल्कि मेडिकल की पढ़ाई भी अच्छी होती है। नीट पीजी (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट फॉर पोस्टग्रेजुएट ) जो कि एनबीएस ( नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंस ) द्वारा करवाई जाती है, यह परीक्षा भारत के विभिन्न चिकित्सा के क्षेत्र में स्नातकोत्तर डिग्री(MS,MD) और स्नातकोत्तर डिप्लोमा(DNB)आदि कोर्सो में प्रवेश देने के लिए करवाई जाती है, गुरुवार को इसका रिजल्ट आते ही हेल्थ मिनिस्टर द्वारा सभी सफल हुए एमबीबीएस डिग्रीधारियों को ट्वीट कर शुभकामनाएं दी गई।

जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में शीघ्र ही आपातकालीन चिकित्सा विभाग खुलने जा रहा है

Efforts by doctors in Bhopal to eradicate leprosy from the root

01.06.2022
बीते 5 सालों में भोपाल में कुष्ठ रोग के बहुत से केस पाए गए हैं, जो की चिंता का विषय बना हुआ है। डॉक्टरों के कुष्ठ रोग को जड़ से मिटाने के निरंतर प्रयास जारी है। डॉक्टरों ने बताया कि कुष्ठ रोगकुष्ठ रोग एक पुरानी संक्रामक बीमारी है जो एक बेसिलस, माइकोबैक्टीरियम लेप्राई के कारण होती है। एम लेप्री धीरे-धीरे गुणा करता है और रोग की ऊष्मायन अवधि औसतन 5 वर्ष है। लक्षण 1 वर्ष के भीतर हो सकते हैं लेकिन इसमें 20 वर्ष या उससे भी अधिक समय लग सकता है।

Doctors at Delhi’s AIIMS start collecting samples of patients to conduct research on Multiple Sclerosis (MS)

01.06.2022
नई दिल्ली। एम्स में डॉक्टरों ने बहुविध ऊतक दृढ़न (मल्टीपल ,स्केलेरोसिस, एमएस) के शोध करने के लिए सैंपल एकत्र करने शुरू कर दिए हैं। यह एक तरह कि मस्तिष्क और मेरुरज्जु की विकृति है, जिसमें तंत्रिका कोशिका प्रणाली पर धब्बा पड़ने के कारण तंत्रिकाओं के क्रिया-कलापों में कमी आ जाती है। इससे बहुत-से मरीजों में लकवे के विभिन्न चरणों के लक्षण दिखाई देते हैं। डॉक्टरों ने कहा कि भारत का पर्यावरण, लोगों का शरीर, उसकी बनावट और परिस्थितियां यूरोप और अन्य पश्चिमी देशों से अलग है। ऐसे में इस मल्टीपल स्केलेरोसिस से पीड़ित मरीजों के आंकड़े एकत्र कर हम यहां के मरीजों और परिस्थितियों के आधार पर शोध कर नवीन जानकारी हासिल कर पाएंगे।

Two prisoners brought for treatment at Delhi’s LNJP Hospital absconding

01.06.202
अस्पताल में तब दहशत का माहौल बन गया जब पुलिस द्वारा इलाज के लिए लाए गए दो कैदी पुलिस व डॉक्टरों को चकमा देकर भाग गए।

Organized a nationwide conference of Unani doctors from June 4 in Jaipur

01.6.2022
इस सम्मेलन का आयोजन ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस (एआईयूटीसी) राजस्थान इकाई द्वारा किया जा रहा है, जिसमें देश भर से यूनानी चिकित्सकों की आने की संभावना है, इस सम्मेलन का मकसद यूनानी चिकित्सा के क्षेत्र में बढ़ती हुई चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीति तैयार करने वह संस्था की ओर से चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देना है। सम्मेलन का आयोजन होटल Aacro पैलेस जयपुर में होना है।

Lack of milk centers in Jaipur, 3 milk centers active including two government

01.06.2022
जयपुर। जयपुर में मिल्क सैंटरो की कमी देखने को मिली है। मिल्क सेंटर नवजात शिशुओं के जीवनदान के लिए बेहद जरूरी है, मां का दूध नवजातों के लिए किसी जीवन घुट्टी से कम नहीं है। कोविड-19 में डोनर्स की संख्या में भी कमी देखी गई थी, परंतु अब जागरूकता व काउंसलिंग कार्यक्रमों से मिल्क बैंकों में 35 से 40 फ़ीसदी रजिस्ट्रेशंस बड़े हैं। डॉ रमेश चौधरी (इंचार्ज जोनल रेफरेंस सेंटर) का कहना है कि अधिक से अधिक शिशुओं तक मदर्स मिल्क पहुंचे, इसलिए टीम लगातार माताओं को जागरूक करने में लगी हुई है।