After 3 months in Patna, four corona infected were found

11.06.2022
पटना में चार संक्रमित मिले हैं,बाकी मरीज सुपौल, मालदा ,कटिहार ,जमुई गोपालगंज, सीतामढ़ी में मिले हैं,उन सभी 6 जिलों से एक-एक मरीज मिला है सबसे अधिक मरीज पटना में ही मिल रहे हैं। राज्य में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 77 और पटना में 51 है। पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) व एम्स में 3 महीने के बाद कोरोना के एक-एक मरीजों को भर्ती कराया गया है। एम्स में पटना के रहने वाले मरीज को भर्ती कराया। नोडल ऑफिसर संजीव कुमार ने बताया कि मरीज को सांस लेने में तकलीफ थी,वही पीसीएमएच में भर्ती मरीज की उम्र 40 साल की है, उसकी छाती में संक्रमण के बाद उसे भर्ती कराया गया है, वह भी पटना का रहने वाला है। वैसे अभी जो संक्रमित मिल रहे हैं वह घर में ही इलाज करवा रहे हैं और ठीक होते जा रहे हैं। आईजी आईजीएमएस और एनएमसीएच में भी कोरोना के मरीजों के इलाज की व्यवस्था रखी गई है।हालांकि बेड़ों की संख्या कम कर दी गई है। यहां भी कोरोना के मरीज भर्ती नहीं है, वही पीएमसीएच में कोरोना मरीजों के लिए आईसीयू ,वेंटीलेटर समेत 36 बेड की व्यवस्था की है।

The woman gave birth to a child weighing 4.5 kg in Bhopal’s Sultania Hospital by normal delivery.

11.06.2022
सुल्तानिया अस्पताल में शुक्रवार को एक महिला ने साढ़े चार किलो के बच्चे को जन्म दिया। खास बात यह है कि डिलीवरी नार्मल हुई है। सामान्य तौर पर गर्भस्थ बच्चे का वजन चार किलो या उससे अधिक होने पर डिलीवरी सिजेरियन होती है। लेकिन, सुल्तानिया अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने काफी मशक्कत के बाद सामान्य से अधिक वजन होने के बावजूद सुरक्षित और नॉर्मल डिलीवरी कराई।गौहरगंज निवासी महिला को पहले से तीन बेटियां हैं, यह चौथी डिलीवरी थी। डिलीवरी कराने वाली डॉक्टर की टीम में डॉ. सोमलीना रॉय, डॉ. अवनि और डॉ. कीर्ति शामिल थीं। डिलीवरी के बाद मां और नवजात बेटा दोनों स्वस्थ हैं

Relief to newborn deprived of mother’s milk in Jodhpur; Mother Milk Bank proved to be a boon, 10 pregnant women donated milk

11.06.2022
एक नवजात के पैदा होने के 15 मिनट बाद ही अपने साथ पैदा हुई जुड़वा बहन को खो दिया और इसके बाद मां भी ब्लीडिंग नहीं रुकने की वजह से चल बसीं। जब जन्म दात्री और दूध पिलाने वाली मां ही नहीं रही तो नवजात की भी जान पर बन आई। इसकी जानकारी जब मदर मिल्क बैंक को मिली तो उन्होंने तुरंत अपनी टीम को उमेद अस्पताल के लिए रवाना कर दिया। वहां पर टीम ने प्रसूताओं को बहन और मां को खो कर जिंदगी मौत से जूझते नवजात व के लिए मदर मिल्क की आवश्यकता बताई। इस पर 10 प्रसूताओं अपने बच्चों के साथ साथ इस नवजात को भी दुग्धदान की सहमति दी। इन 10 मां के दुग्ध दान की वजह से नवजात भी काल को मात देकर किलकारियों तक लौट आया।

Indefinite strike of nursing girls in Patna Medical College Hospital (PMCH), demanding that hostel arrangement for girl students should be done in Patna itself.

11.06.2022
पीएमसीएच के नर्सिंग के दर्जनों छात्राएं हॉस्टल की मांग को लेकर गर्दनीबाग में सात दिन से भूख हड़ताल पर बैठी हैं।दरअसल, छात्राओं का कॉलेज वैशाली के राजापाकर में शिफ्ट किया जा रहा है,जबकि प्रदर्शनकारियों नर्सिंग छात्राओं का कहना है कि हम लोगों ने पीएमसीएच में एडमिशन लिया है,ऐसे में हमलोगों को पटना में ही हॉस्टल देकर पीएमसीएच में पढ़ाई कराई जाए। वहीं पिछले सात दिन से भूख हड़ताल पर बैठी छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी है, कई छात्राओं को स्लाइन चढ़ाया जा रहा है, वहीं चार छात्राओं की तबीयत अधिक बिगड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है।प्रदर्शनकारियों में छात्रा प्रेरणा का कहना है कि यह सरकार ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का नारा देती है, लेकिन हमलोग आज नर्सिंग की छात्रा होकर सड़क पर बैठकर भूख हड़ताल कर रहे हैं, लेकिन सरकार किसी भी तरह से संज्ञान नहीं ले रही है, जोकि काफी दुखद है।जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी चाहे कुछ भी हो जाए धरनास्थल पर बैठकर भूख हड़ताल जारी रखेंगे। उनका कहना है कि वे लोग किसी भी हालत में वैशाली नहीं जाएंगे।

Now it is necessary to have Jan Aadhaar for free treatment in government hospitals of Rajasthan.

10.06.2022
राज्य भर में 1 मई से शुरू हुए एमएमएनएनआरएस के तहत सरकारी अस्पतालों में मुफ्त ओपीडी और आईपीडी सुविधाओं सहित मुफ्त सुविधाओं का लाभ उठाने के इच्छुक मरीजों को अपने साथ अपना जन आधार कार्ड रखना होगा। अब तक राज्य के अस्पताल मरीजों के पंजीकरण के लिए आधार कार्ड की मांग कर रहे थे। राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर पृथ्वी राज ने बताया है कि जन आधार कार्ड के जरिए राज्य सरकार रोगों का रिकॉर्ड रखेगी। इसके अलावा मुफ्त स्वास्थ्य योजना का लाभ ले रहे सभी मरीजों के इलाज और उनके डायग्नोस्टिक टेस्ट का भी रिकॉर्ड रखा जाएगा। जन आधार के जरिए उन मरीजों के बारे में भी पता चल सकेगा जो चिरंजीवी हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम, मुफ्त दवा योजना, मुफ्ता जांच योजना समेत अन्य विभिन्न योजनाओं का लाभ ले रहे हैं।एक खास बात यह भी है कि जिन लोगों के पास जन आधार कार्ड नहीं है उनके लिए भी स्वास्थ्य विभाग ने अलग से इंतजाम किया है। अगर ऐसे मरीज खुद अस्पताल में जन आधार कार्ड के लिए रजिस्टर कराते हैं तो उन्हें मेडिकल सुपरीटेन्डेंट और मुख्य चिकित्सा अधिकारी इलाज में छूट प्रदान कर सकते हैं।

50 thousand rupees were sought from the relatives for handing over the dead body to Samastipur Sadar Hospital in Patna, the Health Minister ordered an inquiry

10.06.2022
सदर अस्पताल में एक अज्ञात शव की पहचान के बाद उसे स्वजन को सौंपने के एवज में पोस्टमार्टम कर्मी ने 50 हजार रुपये मांगे। स्वजन गांव लौटे और घर-घर जाकर राशि जुटाने के लिए भीख मांगने लगे। इसका वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। अवकाश पर रहते हुए भी डीएम योगेंद्र सिंह ने सिविल सर्जन को तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया है। इस मामले को स्वास्थ्य मंत्री ने गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। उन्होंने कहा है कि दोषि को छोड़ा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी, अस्पताल में ऐसी घटना होना बहुत ही निंदनीय बात है इससे आम लोगों का अस्पतालों पर भरोसा कम होता चला जाता है।

Under the Drugs and Cosmetics Act 1940 in Patna, now FIR will not be registered in the police stations.

10.06.2022
एसएसपी डॉक्टर मानवजित सिंह ढिल्लों ने थानों को निर्देश जारी किया है की अब से ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के तहत एफआईआर अब थानों में दर्ज नहीं होगी। पुलिस मुख्यालय से राज्य के सभी एसएसपी और एसपी को इस संबंध में एक पत्र लिखा गया था। पुलिस मुख्यालय के द्वारा निर्गत पत्र के बाद एसएसपी ने यह आदेश जारी किया है। एसएसपी ने सभी थानेदारों को निर्देश दिया है कि ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के अध्याय 3,4 और 4a के तहत जो भी मामले दर्ज हैं उसे 1 महीने के के भीतर ड्रग इंस्पेक्टर को सौंप दें। एसएसपी के पत्र में लिखा गया है कि ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के अध्याय 3,4 और 4a में वर्णित अपराधियों में पुलिस के पास प्राथमिकी दर्ज करने की शक्ति नहीं है और ना ही पुलिस ऐसे मामलों में अनुसंधान नहीं कर सकती है। एसएसपी ने थानेदार को यह भी आदेश दिया है कि पहले से जिन थानों में ऐसे मामले दर्ज हैं और जिनका अनुसंधान चल रहा है वह संबंधित ड्रग इंस्पेक्टर को सौंप दें। एसएसपी के आदेश के बाद थानेदारों ने ऐसे मामलों का ट्रांसफर ड्रग विभाग में करना शुरू कर दिया है।

The arbitrariness of the Mahatma Gandhi Memorial Medical College (MGM) administration, Indore, despite posting two doctors in the Department of Microbiology and Pharmacology, to get them post-mortem done

10.06.2022
अस्पताल में दोनों डॉक्टर अपनी विशेषज्ञता अनुसार अपने-अपने विभागों में जाना चाहते हैं परंतु उनसे अभी भी अस्पताल प्रबंधन पोस्टमार्टम करवा रहे हैं, एमपी मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के विरोध में चेतावनी के बाद एमजीएम कॉलेज प्रशासन ने दोनों डॉक्टरों को पोस्टमार्टम विभाग से हटाकर माइक्रोबायोलॉजी और फार्मोकोलॉजी विभाग पदस्थ करना दिखाया है। डीन ने लिखित में आदेश कर दोनों को पद स्थापित कर तो दिया है परंतु उनसे अभी भी पोस्टमार्टम करवा रहे हैं। दोनों डॉक्टर अपनी योग्यता के हिसाब से अपने-अपने विभाग में जाना चाहते हैं और अपनी सेवा देना चाहते हैं, परंतु उन्हें अपने विभाग में ही काम नहीं मिल रहा है जिससे कि वह खासा नाराज और नौकरी छोड़ने को मजबूर हैं।

Jaipur’s Sawai Mansingh Hospital (SMS) got one crore Rubina 3D laparoscope machine, now it will be easy to identify the cancer node

10.06.2022
एसएमएस अस्पताल में पित्त की नली में गंभीर चोट और सेंटीनल लिम्फ नोड की पहचान और इलाज के लिए 1 करोड़ रुपए की ‘रुबीना 3 डी 4के विथ आईसीजी इमेज लेप्रोस्कोप’ मशीन लगाई गई है। इस 3डी मशीन में अच्छे रेजोल्यूशन से आंत और किसी भी तरह के कैंसर का ऑपरेशन आसान हो जाएगा, वहीं समय भी 15-20 मिनट कम हो जाएगा। इसके अलावा, आंत्र सर्जरी में रक्त की आपूर्ति देखी जा सकती है।इंडो साइनस ग्रीन (ICG) मोड पर कैमरा बटन दबाते ही लीवर गॉलब्लैडर स्क्रीन पर हरा दिखाई देगा।एसएमएस अस्पताल के सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र मांडिया का कहना है कि देश में जम्मू-कश्मीर, बैंगलोर और एम्स जोधपुर के बाद एसएमएस अस्पताल में ऐसा आधुनिक लैप्रोस्कोप उपकरण लगाया गया है। एसएमएस अस्पताल में जटिल पित्त नली और पित्ताशय की थैली की सर्जरी अधिक आसानी से की जा सकती है। हर दिन 8 से 10 मरीज पित्त नली और पित्ताशय की थैली की सर्जरी करवा रहे हैं। इस मशीन की खासियत यह है कि 2डी मशीन से भी तस्वीर साफ होगी। इस तरह किसी भी बीमारी के प्रभावित हिस्से को आसानी से पहचाना जा सकता है।

Now pensioners will get medical diary for treatment in Rajasthan Government Health Scheme (RGHS) in Sikar

10.06.2022
राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (आरजीएचएस)जिसके तहत सभी सेवारत व सेवानिवृत्त कर्मचारियों, पेंशनर्स,विधायकों व पूर्व विधायकों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा प्राप्त होती है। उपचारों के लिए इन सभी को मेडिकल डायरी मिलेगी, जिससे ओपीडी में वह अपना उपचार करवा सकेंगे। डायरी पर डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाइयां मान्य होगी। दवाइयां सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार की दवा दुकानों और आरजीएचएस अनुमोदित निजी मेडिकल स्टोर पर कैशलेस मिलेगी। राज्यभर में 3 लाख 50 हजार लोगों को यह डायरी मिलेगी। राज्य बीमा व प्रावधाई निधि विभाग ने आरजीएचएस योजना में एक लाख मेडिकल डायरी छापने के लिए राजस्थान राज्य सहकारी मुद्रणालय को पत्र लिखा है। डायरी धारकों को जांच की सेवा भी मुफ्त में मिलेगी। पेंशनर्स अगर दवा लेने में योग्य नहीं है तो उसके परिवार वाले भी उसके लिए डायरी दिखाकर दवा ले सकते हैं।