Doctors focus more on plastic surgery in Surat

31.5.2022
डॉक्टरों में सुपर स्पेशलिटी के लिए प्लास्टिक सर्जरी पहली पसंद नजर आ रही है, जबकि पुल्मोनरी मेडिसिन में सुपर स्पेशलिस्ट करने वाले डॉक्टरों की संख्या ना के बराबर है।राज्य में एक्यूट रेस्पिरेट्री इंफेक्शन के मामले हर साल बढ़ रहे हैं, फिर भी पुल्मोनरी में सुपर स्पेशलिटी करने में इंटरेस्टेड नहीं है। डॉक्टर इस बीमारी का सुपर स्पेशलिस्ट कोर्स करने को पसंद नहीं कर रहे हैं। आंकड़ों की माने तो एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के 2020 में 5 लाख केस पाए गए जो 2021 में बढ़कर 7 हो गए। आंकड़ों को देखते हुए इतनी बड़ी संख्या में ऐसे मरीजों का आना और इस कोर्स में डॉक्टरों का इंटरेस्ट नहीं लेना काफी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पैदा कर सकता है, जिससे आने वाले समय में काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। प्लास्टिक सर्जरी डॉक्टरों की पहली पसंद नजर आ रही है जिसमें वह अपने करियर को आगे लेना ले जाना चाहते हैं। एक्यूट रेस्पिरेट्री इंफेक्शन जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए डॉक्टरों की भारी गिरावट दर्ज हुई है क्योंकि डॉक्टर इस सुपर स्पेशलिटी कोर्स में इंटरेस्ट नहीं ले रहे हैं।

Server down till evening due to technical fault, patients and their families were troubled for hours

31.5.2022
सूरत। सिविल अस्पताल में लोगों को हुई परेशानी, तकनीकी खराबी की वजह से सर्वर शाम तक डाउन रहे। केस विंडो पर मरीजों व उनके परिजनों की कतारें लगी रही , कर्मचारियों द्वारा मैनुअली केस पेपर बनाने की व्यवस्था करनी पड़ी, इससे लोगों का काफी टाइम व्यर्थ हो गया तथा वह घंटों लाइन में लगे रहे व अपनी बारी का इंतजार करते रहे। तकनीकी खराबी की वजह से अस्पताल में भी अस्त-व्यस्त का माहौल बन गया ना केवल मरीज परंतु कर्मचारी भी परेशान दिखे, ऐसे में डॉक्टरों द्वारा तत्परता दिखाते हुए मरीजों का तुरंत इलाज किया गया जिससे कि बाद में बैठे हुए मरीजों को इंतजार ना करना पड़े और वह जल्द से जल्द अपना इलाज सुनिश्चित कर लें।

Slow pace of Ayushman Bharat health account, little hospital and health worker registered

31-05-2022

भारत सरकार द्वारा समय-समय पर नई-नई योजनाओं का आयोजन होता रहता है, जिसमें आमजन को फायदा पहुंचाने के ऊपर कार्य किए गए होते हैं। ऐसी ही एक योजना है जिसका नाम है आयुष्मान डिजिटल योजना जिसके अंतर्गत लोगों को गंभीर बीमारियों का इलाज करवाने की राशि में सहूलियत प्रदान होगी वह उन्हें इसका लाभ मिलेगा। इस योजना की शुरुआत हाल ही में हुई है, यह बिल्कुल स्वैच्छिक है, इसमें आमजन अपनी मर्जी से जुड़ सकते है। आने वाले समय में आम जनता के साथ साथ अस्पतालों व हेल्थ वर्कर्स को भी इससे जुड़ने के लिए जागरूक किया जाएगा।
आमजन इस अकाउंट को ऑनलाइन भी बना सकते हैं, उसके लिए उन्हें एबीडीएम की वेबसाइट(www.abdm.gov.in)ayushman Bharat digital mission पर जाना होगा। वहां पर क्रिएट एबीएच नंबर पर क्लिक करना होगा, इसके बाद आधार या ड्राइविंग ऑप्शन पर क्लिक करना होगा,जिसमें आपको अपना आधार व ड्राइविंग लाइसेंस नंबर अंकित करना होगा,उसके बाद रजिस्टर्ड नंबर पर एक ओटीपी आएगा, ओटीपी अंकित करने के बाद मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी अंकित करना होगा,इसके बाद आपको एबीडीएम का एक ईमेल क्रिएट करना होगा, क्रिएट करते ही आपका अकाउंट बन जाएगा

Relief by Delhi government to children who lost their parents in covid-19

31.5.2022
नई दिल्ली। कोविड-19 में अपने माता पिता को खो चुके बच्चों को सरकार द्वारा हर महीने 4 हजार की राशि दी जाएगी व 23 साल का होने पर 10 लाख एकमुश्त राशि दी जाएगी और साथ में आयुष्मान कार्ड से स्वास्थ्य बीमा व संवाद हेल्पलाइन से भावनात्मक परामर्श मिलेगा,जिससे कि वह अपना भरण-पोषण कर सके और किसी पर निर्भर ना रहे हैं।

New facility of Satyasai Hospital in Raipur, if there is a hole in the heart of the fetus, both treatment and delivery are free

रायपुर। सत्यसाईं अस्पताल‌ की नई सुविधा तारीफ के योग्य है, जिसमें गर्भस्थ शिशु के दिल की बीमारी का पता चलने के बाद डिलीवरी व उसका इलाज दोनों फ्री में होगा, वही मां व बच्चा हजार दिन तक अस्पताल के निगरानी में रहेंगे। इस तरह का डिलीवरी व शिशु के इलाज की सुविधा वाला यह पहला अस्पताल है, जो पूर्ण रूप से सुसज्जित व सुविधाओं से परिपूर्ण है। डॉक्टरों और अस्पताल ट्रस्ट का कहना है कि यह अस्पताल बच्चों व महिलाओं को पूर्ण समर्पित है, मां और शिशु की देखभाल के लिए यहां देशभर से कोई भी आ सकता है और फ्री में सुविधाओं का लाभ उठा सकता है, इसलिए यहां कोई भी कैश काउंटर नहीं है।

Delhi government health minister Satyendar Jain arrested

नई दिल्ली । हवाला केस में ईडी ने एक्शन लेते हुए दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया है, ईडी द्वारा पूछताछ में पता चला की सत्येंद्र जैन द्वारा करोड़ों का घपला हुआ है, जिसकी रकम का इस्तेमाल सत्येंद्र जैन के द्वारा दिल्ली और दिल्ली के आसपास की जमीन खरीदारी के लिए उपयोग में लिया गया। ऐसी घटनाओं से डॉक्टरों व आमजनों पर सिस्टम के खिलाफ दुष्प्रभाव पड़ता है।

Increase in corona cases in gurgaon

31.5.2022
गुडगांव। एक तरफ जहां कोरोना के मामले खत्म से हो गए हैं वही जिले में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, 24 घंटों में देखा गया है कि 128 नए मामले सामने आए हैं परंतु इसी के साथ पॉजिटिव रेट में भी इजाफा हुआ है,इससे रिकवरी रेट भी अच्छी हुई है हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर वैक्सीनेशन कैंप चलाए जा रहे हैं, जिससे पर्याप्त टीकाकरण हो सके व कोरोना से मुक्ति मिल सके, इसी प्रयास से धीरे धीरे कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में कमी देखी जा रही है। वैक्सीनेशन अभियान में हेल्थ वर्कर्स व फ्रंटलाइन वर्कर्स हिस्सा ले रहे और बूस्टर डोज भी लगवा रहे हैं।

Free health consultation for people of all classes, health camp organized by NHM MMI Narayana Super Specialty Hospital, Raipur

31.5.2022
रायपुर।वैसे तो बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पाना हर वर्ग के लोगों का हक है, परंतु आज भी कुछ ऐसी जगह हैं जहां पर स्वास्थ्य सेवाएं बिल्कुल ही ठप पड़ी हुई है, आमतौर पर देखा गया है कि समय-समय पर अस्पतालों द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य परामर्श हेल्थ कैंप का आयोजन किया जाता रहा है,जिससे कि हर वर्ग के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं निशुल्क मुहैया करवाई जा सके , जिससे कि निशुल्क में गंभीर बीमारियों व रोगों का इलाज हो सके। हर तबके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना ही डॉक्टरों का लक्ष्य रहा है, डॉक्टरों द्वारा ऐसे सराहनीय कामों की प्रशंसा हमेशा होती रही है, हाल ही में देखा गया कि एनएचएम एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा दो दिवसीय कैंप का आयोजन किया गया, इसमें हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉक्टर जनरल व लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर राजेश सिन्हा, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनीषा शर्मा, पेट रोग विशेषज्ञ डॉ अनुपम महापात्रा व डॉ अभिषेक जैन ने कैंप में मौजूद रहकर आमजन को अपनी सेवाएं प्रदान की।

पुलिस की यह कैसी बर्बरता, पोस्टमॉर्टम में लापरवाही

30.5.2022
दूदू पुलिस की लापरवाही की वजह से मेडिकल बोर्ड पर भी सवाल खड़े हो गए हैं, मामला 28.5.2022 दूदू का है जब तीन सगी बहनें दो बच्चों के साथ कुएं में कूद गई और अपनी जिंदगी समाप्त कर ली, जिस पर पुलिस ने पांचों शवों का पोस्टमॉर्टम करवाया जिसमें दो दंपतियों के प्रेगनेंट होने की पुष्टि हुई, फिर शवों को परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
मामला आज गरमाया जब ग्रामीणों द्वारा कुएं में नवजात का शव तैरता हुआ दिखाई दिया, इससे पुलिस की लापरवाही साफ देखने को मिली और मेडिकल बोर्ड की पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो उठे। माना जा रहा है कि यह नवजात शव उन्हीं दंपत्ति में से एक का है जिसकी डिलीवरी का समय डॉक्टरों द्वारा 2 दिन बाद बताया गया था। अप पुलिस द्वारा इस नवजात सबका भी पोस्टमॉर्टम करवाकर डीएनए का पता लगाया जाएगा और पुष्टि की जाएगी कि यह यह शव उन्हीं में से एक दंपति का है।

जैसलमेर के सबसे बड़े जवाहर अस्पताल की हालत बद से बदतर

30.5.2022
जिले के सबसे बड़े अस्पताल की ऐसी हालत दुर्भाग्यपूर्ण है, मोर्चरी में पोस्टमॉर्टम के सिस्टम और बयां करती तस्वीरें यह साबित करती है कि सरकारी अस्पतालों को इतना फंड मिलने के बावजूद उनमें मरीजों को दी जाने वाली सेवाएं दुरुस्त करने की काफी जरूरत है।

जैसलमेर के सबसे बड़े अस्पताल की व्यवस्था देखने लायक नहीं है क्योंकि यहां पर मरीजों की पर्याप्त देखरेख व इलाज के लिए अत्याधुनिक मशीनों की कमी है जिसके अंतर्गत बड़ी-बड़ी समस्याओं से जूझते हुए मरीजों का इलाज होना असंभव है। इससे बुरे हाल यहां की मोर्चरी के हैं जहां शवों को रखा जाता है,मोर्चरी में से आती दुर्गंध यह बताती है कि मोर्चरी में ना ही कोई डीप फ्रीज है और ना ही कोई सुविधा , जिसमें शवों को रखा जाता है, वही पोस्टमॉर्टम करने के लिए ना कोई अत्याधुनिक औजार है बल्कि पुराने तौर-तरीकों व पोस्टमॉर्टम करते वक्त खोपड़ी तोड़ने के लिए छेनी का इस्तेमाल करना पड़ता है। सरकार द्वारा समय-समय पर सरकारी अस्पतालों पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं परंतु हालत अभी भी देखने योग्य नहीं है, इससे ना केवल डॉक्टरों बल्कि मरीजों के परिजनों का भी मनोबल व धैर्य टूटता है और सरकारी अस्पतालों की ओर विश्वास कम होता है।